देवरिया में जमीन पैमाइश के नाम पर कानूनगो दस हजार की रिश्वत मांग रहा था। उससे परेशान होकर पीड़ित ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन की टीम से कर दी। जिसके बाद शनिवार को एंटी करप्शन टीम ने तहसील के पास से घूस लेते राजस्व निरीक्षक को रंगे हाथों दबोच लिया।
देवरिया सदर तहसील में उस समय हड़कंप मच गया जब एंटी करप्शन टीम, गोरखपुर यूनिट ने एक राजस्व निरीक्षक को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक जिले के हरपुर गांव निवासी ज्वाला यादव ने जुलाई में अपनी जमीन की पैमाइश के लिए तहसील में आवेदन किया था। उच्चाधिकारियों के आदेश के बावजूद कानूनगो ने कार्रवाई को टाल दिया और पैमाइश के लिए 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगा।
जब कोई हल नहीं निकला तब परेशान होकर ज्वाला यादव ने एंटी करप्शन विभाग गोरखपुर में शिकायत की। शिकायत की पुष्टि के बाद टीम ने अपना नेटवर्क बिछाया।शनिवार को ज्वाला यादव रिश्वत की रकम लेकर तहसील पहुंचे। कानूनगो उन्हें एक दुकान पर ले गया। वहां उसने रकम लेकर एक पैकेट में रख ली। इसी दौरान प्रभारी अधिकारी शिव मनोहर यादव के नेतृत्व में एंटी करप्शन की टीम ने आरोपी को पकड़ लिया। टीम ने उसे तुरंत हिरासत में लेकर सदर कोतवाली भेजा। वहां उससे पूछताछ की जा रही है। इस कार्रवाई से तहसील परिसर में हड़कंप मच गया है। बता दें कि आरोपी राजस्व निरीक्षक शैलेष गोरखपुर के सहजनवां थाना क्षेत्र के सहरी गांव का रहने वाला है। तत्काल टीम कानूनगो शैलेश कुमार को लेकर कोतवाली पहुंच गई। इस मामले में एंटी करप्शन टीम ने केस दर्ज कराया है। टीम उसे लेकर सदर कोतवाली पहुंची। एंटी करप्शन गोरखपुर के प्रभारी ने कानूनगो के खिलाफ कोतवाली में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया।