Deoria news : जिले के बरियारपुर थाना क्षेत्र के लगड़ा गांव निवासी मनीष गुप्ता पुत्र रामभरोसा गुप्ता बैंक से ऋण लेने के लिए कई दिनों से चक्कर काट रहे थे। उनकी मुलाकात बैंक के चपरासी से हुई तो उसने 3500 रुपये देने पर बैंक मैनेजर से कह कर तुरंत लोन पास करवाने की बात कही। इसके बाद मनीष गुप्ता ने सीबीआई से संपर्क किया।
शुक्रवार की शाम जिले के बरियारपुर थाना क्षेत्र के बड़ौदा यूपी बैंक की रामपुर अवस्थी धुसवा शाखा के मैनेजर और चपरासी को सीबीआई टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। लगभग दो बजे बैंक पहुंची सीबीआई टीम ने ग्राहकों को बाहर निकालकर करीब 6 घंटे जांच की।सीबीआई टीम पूछताछ और कानूनी कार्रवाई करने के बाद रात लगभग 8:45 पर बैंक से कर्मियों को बाहर निकाला। इसके बाद गिरफ्तार बैंक मैनेजर और चपरासी को लेकर लखनऊ रवाना हो गई। सीबीआई के डीएसपी अमित राठी के नेतृत्व में लखनऊ से टीम आई थी।
जानकारी के मुताबिक बरियारपुर थाना क्षेत्र के लगड़ा गांव निवासी मनीष गुप्ता पुत्र राम भरोसा गुप्ता बैंक से लोन लेने के लिए कई दिनों से चक्कर काट रहे थे। उनकी मुलाकात बैंक के चपरासी से हुई तो उसने 35 सौ रुपए देने पर बैंक मैनेजर से कह कर तुरंत लोन पास करवाने की बात कही। इसके बाद मनीष गुप्ता ने सीबीआई से संपर्क किया। इसके बाद सीबीआई शुक्रवार को बड़ौदा यूपी बैंक शाखा रामपुर अवस्थी धुसवा के बाहर पहुंची। चपरासी को 3500 रुपए देने बैंक के अंदर भेजा।
बैंक में पहुंचते ही मनीष गुप्ता ने चपरासी अनूप को 35 सौ रुपए देने लगा। इस दौरान सीबीआई टीम बैंक में पहुंची और अनूप को रुपए लेते हुए पकड़ लिया। बैंक में मौजूद 20 से अधिक खाताधारकों को बाहर कर गेट अंदर से बंद कर दिया। रात के 8:45 बजे बैंक कर्मचारियों से पूछताछ कर बाहर निकली। इसके बाद बड़ौदा यूपी बैंक के मैनेजर प्रिंस जायसवाल और अनूप को अपने साथ ले गई।सीबीआई ने शिकायतकर्ता मनीष गुप्ता को उसके गांव पर छोड़ दिया।
छापेमारी के दौरान मौके पर बैंक रीजनल मैनेजर धर्मवीर और बरियारपुर थानाध्यक्ष डॉ. महेंद्र कुमार पुलिस बल के साथ मौजूद रहे। सीबीआई टीम को लीड कर रहे डीएसपी अमित राठी ने बताया कि बैंक मैनेजर के कहने पर घूस लेते हुए चपरासी को गिरफ्तार किया गया है। दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।