Vivah Muhurat 2025: 1 नवंबर को सुबह 9.11 बजे से देवउठनी एकादशी शुरू हो रही है। 2 नवंबर को सुबह 7.31 बजे तक एकादशी तिथि है।
Vivah Muhurat 2025: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में देवउठनी पर्व को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। विद्ववत परिषद के मीडिया प्रभारी पंडित राजकुमार तिवारी ने बताया कि किसी भी पर्व को उदयातिथि के मनाने का शास्त्रीय विधान है। 1 नवंबर को सुबह 9.11 बजे से देवउठनी एकादशी शुरू हो रही है। 2 नवंबर को सुबह 7.31 बजे तक एकादशी तिथि है।
इसके बाद द्वादशी तिथि शुरू हो जाएगी इसलिए 1 नवंबर को ही देवउठनी एकादशी पर्व मनाया जाना शास्त्र सम्मत है। इस दिन भगवान विष्णु चार माह के निंद्रा के बाद जागेंगे। गोधुली बेला में घंटा, शंख की ध्वनि के बीच भगवान विष्णु को जगाया जाएगा। तुलसी चबूतरे में गन्ने का मंडप सजाकर सालिग्राम भगवान और माता तुलसी का विवाह कराया जाएगा। इसके साथ ही मांगलिक कार्यों पर लगा ब्रेक हट जाता है।
देवउठनी एकादशी पर्व के दिन से ही वैवाहिक कार्यों का द्वार खुल जाता है। नवंबर-दिसंबर में कुल 17 शुभ मुहूर्त बन रहे हैं। नवंबर में 2,3,6, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25, 30 को विवाह के लिए मुहूर्त है। इसी तरह दिसंबर में 4, 5, 6 को शुभ मुहूर्त है। इसके बाद खरमास शुरू हो जाएगा।
खरमास शुरू होने से विवाह के लिए लंबी प्रतीक्षा करनी होगी। ज्योतिष के अनुसार 15 दिसंबर से सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेगा। खरमास में विवाह, जनेऊ संस्कार, गृह प्रवेश सहित अन्य मांगलिक कार्यों पर ब्रेक लग जाएगा।
ब्रह्म मुुहूर्त : सुबह 4.50 बजे से शाम 5.41 तक
विजय मुुहूर्त: दोपहर 1.55 बजे से 2.39 बजे तक
गोधूली बेला: शाम 5.36 बजे से 6.02 बजे तक
निशिता मुहूर्त: रात 11.39 बजे से रात 12.31 बजे तक