MP News: दोनों शिशुओं की तबीयत बिगडऩे पर परिजन उन्हें धामनोद अस्पताल लाए। यहां डॉक्टर ने एक बच्चे को देखकर शुगर टेस्ट और मल्टीविटामिन दवाइयां लिखीं....
MP News: बीती 9 सितंबर को जन्म की खुशी मातम में तब बदल गई, जब एक ही परिवार के जुड़वा नवजात शिशुओं की कुछ ही घंटों में मौत हो गई। गमगीन परिजनों ने दोनों बच्चों को दफना दिया, लेकिन अचानक मौत के कारणों पर संदेह के चलते तहसीलदार की मौजूदगी में दोनों शवों को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए इंदौर एमवाय अस्पताल भेजा गया। धामनोद पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
ग्राम कछवानिया निवासी शिवकन्या पति विनोद ने 26 अगस्त को धामनोद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जुड़वा बेटों को जन्म दिया था। दोनों स्वस्थ थे और 28 अगस्त को डिस्चार्ज कर दिए गए। इसके बाद शिवकन्या अपने मायके पिपलाज चली गई। 9 सितंबर को दोनों शिशुओं की तबीयत बिगडऩे पर परिजन उन्हें धामनोद अस्पताल लाए। यहां डॉक्टर ने एक बच्चे को देखकर शुगर टेस्ट और मल्टीविटामिन दवाइयां लिखीं, लेकिन परिजन जांच नहीं करा पाए और बिना बताए बच्चों को वापस घर ले गए। रास्ते में ग्राम ढापला के पास एक नवजात की मौत हो गई। कुछ देर बाद दूसरा शिशु भी चल बसा।
गम और आक्रोश से भरे परिजनों ने सवाल उठाए कि आखिर स्वस्थ पैदा हुए दोनों बच्चों की अचानक मौत कैसे हो गई। तहसीलदार कुणाल अवास्या की मौजूदगी में शव निकाले गए और पुलिस को सौंपे गए। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए एमवाय अस्पताल भेजा गया, फिलहाल पीएम रिपोर्ट नहीं आई है।
अस्पताल में डॉक्टरों की तरफ से कोई लापरवाही नहीं हुई है, बच्चों को लाए जाने पर उचित उपचार दिया गया था। - डॉ. कीर्ति बौरासी, बीएमओ धामनोद जिला धार
परिवार को शंका थी कि सही इलाज नहीं हुआ, इसलिए शव निकालकर पीएम के लिए भेजे गए हैं, रिपोर्ट अभी नहीं मिली है।- कुणाल अवास्या, तहसीलदार धरमपुरी जिला धार