MP News: वन अमले को मुखबिर से सूचना मिल थी कि रात में एक वोल्वो बस जो यूपी से अहमदाबाद जा रही है, उसमें बेजुबान तोतों की तस्करी की जा रही है। सूचना के बाद डीएफओ विजयनंथम टीआर के मार्गदर्शन में टीम बनाई गई और शनिवार-रविवार दरमियानी रात्रि में बड़ी कार्रवाई की।
MP News: धार में वन विभाग द्वारा शनिवार-रविवार दरमियानी रात्रि में बड़ी कार्रवाई करते हुए दुर्लभ प्रजाति के 135 तोतों को बरामद किया और उन्हें तस्करों(Parrot Smuggling) से आजाद कर जंगल में छोड़ा है। ये तोते यूपी से गुजरात जा रही बस से बरामद हुए हैं, जिन्हें सब की नजर से बचाकर चोरी-छुपे ले जाया जा रहा था। तस्करों ने तोतों को छोटे पिंजरों में कैद कर रखा था, जिससे उनकी हालत खराब हो गई थीं। इस दौरान दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार वन अमले को मुखबिर से सूचना मिल थी कि रात में एक वोल्वो बस जो यूपी से अहमदाबाद जा रही है, उसमें तोतों की तस्करी की जा रही है। सूचना के बाद डीएफओ विजयनंथम टीआर के मार्गदर्शन में टीम बनाई गई। इंदौर-अहमदाबाद हाइवे पर भोपावर चौकड़ी के पास बस जीजे 27 वी 9782 आती दिखाई दी। इस बस को रोककर वन अमले ने तलाशी ली। बस की डिग्गी में एक बड़ा बॉक्स (पिंजरा) रखा था। जिसे नेट से ढक रखा था। इसमें चार प्रजाति के तोते कैद थे। कार्रवाई में दो संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए रेंज कार्यालय सरदारपुर लाया गया। इसके बाद सरदारपुर न्यायालय में पेश किया गया एवं रिमांड पर लेकर पूछताछ जारी है।
कार्रवाई के दौरान बस से 135 तोते बरामद हुए हैं। इनमें चार अलग प्रजाति एलोक्सिंड्रिना, प्लम पैराकीट, ग्रे पैराकीट और रोज़ रिंग्ड पैराकीट के जंगली तोते(Parrot Smuggling) निकले, जिन्हें पिंजरे में बंद कर रखा था। कुछ तोते मृत पाए गए, जिनका वेटरनरी डॉक्टर दिलीप गामड़ द्वारा पोस्टमॉर्टम किया गया। वहीं जिंदा तोतों को वन अमले ने जंगल में ले जाकर छोड़ा। कार्रवाई के दौरान एसडीओ संतोष रन्सोरे सहित स्टाफ जिसमें विक्रम निनामा, जोगड़ सिंह जमरा, अनिल कटारे, मनीष पाल ,अमित मालवीय, रमेश मेड़ा आदि मौजूद थे।
इंदौर-अहमदाबाद मार्ग पर रात्रि में लग्जरी बसों की आड़ में अवैध व्यापारिक गतिविधियां बढ़ रही हैं। इन बसों में पूर्व में शराब से लेकर अन्य नशीले पदार्थ भी बरामद हो चुके हैं। साथ ही अब वन्य जीवों की भी चोरी-छुपे तस्करी की जा ही है। रात के अंधेरे में यह बसें सरपट हाइवे पर दौड़ते हुए निकल जाती हैं। आरटीओ अमला भी ऐसी बसों की कभी जांच नहीं करता।
वन विभाग की पूछताछ में पता चला कि यह तोते भोपाल से बस में रखे थे और अहमदाबाद ले जाया जा रहा था। इसमें बड़े गिरोह के शामिल होने की आशंका है। देश में जंगली तोते जैसे रोज़रिंग्ड पैराकीट की बड़ी मांग है। इन्हें पालतू बनाने, अंधविश्वासों में इस्तेमाल करने या विदेशों में बेच दिया जाता है। कुछ लोग इन्हें जादू-टोने या धार्मिक अनुष्ठानों में भी इस्तेमाल करते हैं। एसडीओ ने बताया कि कुछ लोगों द्वारा जाल लगाकर तोतों और अन्य प्राणियों को कैद कर लिया जाता है। लालच और भ्रांतियों के चलते इनका अवैध व्यापार किया जाता है। गुजरात व भोपाल के वन अमले से संपर्क कर कार्रवाई की जाएगी।