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Success Story: स्टेशनरी दुकानदार का बेटा बना CA टॉपर, खुशी से रोने लगे माता-पिता

CA Topper Success Story: मात्र 21 साल की उम्र में धार जिले के एक स्टेशनरी दुकानदार के बेटे ने ऐतिहासिक सफलता हासिल की। 21 साल के मुकुंद आगीवाल ने चार्टर्ड अकाउंटेंट फाइनल परीक्षा में ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक हासिल कर इतिहास रच दिया। बेटे की सफलता की खबर सुन माता-पिता की आंखे नम हो गई।

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Nov 04, 2025
CA Topper Success Story मुकुंद ने चार्टर्ड अकाउंटेंट फाइनल में हासिल की ‘ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक’ (फोटो सोर्स : पत्रिका क्रिएटिव)

CA Topper Success Story: धार जिले धामनोद के होनहार युवक मुकुंद आगीवाल ने चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) फाइनल परीक्षा में ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक हासिल कर इतिहास रच दिया। मात्र 21 साल की उम्र में मुकुंद(Mukund Agiwal) ने यह ऐतिहासिक सफलता हासिल की है, वे धार जिले के ऐसे पहले युवा हैं जिन्होंने सीए फाइनल परीक्षा में देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। मुकुंद ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए ढाई साल तक ऑनलाइन और चार महीने सेल्फ स्टडी की। उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी बनाकर पूरी तरह पढ़ाई पर फोकस किया। परिणामस्वरूप, उन्हें 600 में से 500 अंक मिले। यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गौरव का क्षण बन गई है।

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माता-पिता को दिया श्रेय, छलक उठे खुशी के आंसू

मुकुंद के पिता पवन आगीवाल धामनोद में स्टेशनरी की दुकान संचालित करते हैं, जबकि माता ज्योति आगीवाल गृहिणी हैं। सफलता की खबर मिलते ही परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। दादा-दादी, माता-पिता, रिश्तेदारों और मित्रों की आंखें खुशी से नम हो गईं। मुकुंद ने बताया कि उन्होंने अपनी 10वीं और 12वीं की परीक्षा भी धामनोद से ही उत्तीर्ण की थी। उन्होंने कहा, इस सफलता का श्रेय मेरे माता-पिता और परिवार को जाता है, जिन्होंने हर कदम पर मेरा साथ दिया।

इंदौर में की तैयारी

मुकुंद(Mukund Agiwal) ने बताया कि सीए इंटर परीक्षा के लिए उन्होंने इंदौर में दो साल तक तैयारी की, उसके बाद धामनोद आकर घर से पढ़ाई जारी रखी। नवंबर 2022 में उन्होंने सीए की प्रवेश परीक्षा में ऑल इंडिया 24वां स्थान प्राप्त किया था।

पत्रिका से चर्चा में कहा-‘लक्ष्य तय हो तो कोई नहीं रोक सकता’

मुकुंद ने ‘पत्रिका’ से बातचीत में कहा, अगर लक्ष्य स्पष्ट है, तो मेहनत और निरंतरता से कोई भी ऊंचाई पाई जा सकती है। सीए इंटर में जो गलतियां हुई थीं, उनसे सबक लेकर फाइनल में पूरा फोकस पढ़ाई पर रखा। विश्वास नहीं हो रहा कि पूरे देश में पहला स्थान मिला।

मुकुंद की सफलता की कुंजी

  • सोशल मीडिया से दूरी बनाकर एकाग्रता बनाए रखी
  • हर विषय को कॉन्सेप्ट के साथ समझा, रटने से दूरी
  • सेल्फ स्टडी पर फोकस और समय का अनुशासन
  • गलतियों से सीखा और लगातार आत्ममंथन किया

भविष्य की योजना

मुकुंद ने बताया कि वे पहले अच्छा जॉब करना चाहते हैं और उसके बाद अपने शहर धामनोद में कुछ नया कार्य प्रारंभ करने की योजना रखते हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में अच्छी नौकरी और उच्च पैकेज के लिए अंग्रेजी में दक्षता बेहद जरूरी है, क्योंकि अधिकतर संस्थानों में काम अंग्रेजी में होता है।

ञ्चएक्सपर्ट व्यू…

सीए कोचिंग विशेषज्ञ संजय अग्रवाल के अनुसार, मुकुंद जैसे युवाओं ने साबित किया है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। छोटे कस्बों से भी अगर समर्पण और अनुशासन के साथ पढ़ाई की जाए, तो देश में टॉप करना कोई सपना नहीं है।

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Published on:
04 Nov 2025 01:29 pm
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