शहर में जलभराव आमजन के साथ वन विभाग की मेहनत पर भी पानी फेर रहा है। बीते साल के कड़वे अनुभव के बाद इस दफा केन्द्रीय नर्सरी में पौधे तैयार करने से पहले फ्लेटफार्म को ऊंचा किया गया जिससे जलभरव में नुकसान नहीं पहुंचे।
- नर्सरी से 10 हजार पौधे वितरित, जिले में 9.10 लाख पौधे तैयार
- वन विभाग ने सागरपाडा समेत कई नर्सरियों में तैयार किए पौधे
धौलपुर. शहर में जलभराव आमजन के साथ वन विभाग की मेहनत पर भी पानी फेर रहा है। बीते साल के कड़वे अनुभव के बाद इस दफा केन्द्रीय नर्सरी में पौधे तैयार करने से पहले फ्लेटफार्म को ऊंचा किया गया जिससे जलभरव में नुकसान नहीं पहुंचे। लेकिन बीते एक सप्ताह से लगातार हो रही झमाझम बारिश ने केन्द्रीय नर्सरी में भी पानी की दस्तक दे दी। हालांकि, इस दफा वन विभाग से सतर्क था और मानसूनी बरसात के पूर्वानुमान को लेकर उसने पहले की काफी पौधे शिफ्ट कर दिए थे। साथ ही इस दफा केन्द्रीय पौधशाला में अधिक पौध तैयार नहीं किए, बल्कि अलग-अलग स्थानों पर लोड को बांट दिया। जिससे बरसात में नुकसान न पहुंचे। उधर, डीएफओ ने बताया कि पौधशालाओं से आमजन को पौधे वितरण का कार्य शुरू हो गया है। करीब 10 हजार पौधे आमजन समेत अन्य लोग ले जा चुके हैं। जल्द ही विभाग और एनजीओ इत्यादि को भी पौधे वितरित किए जाएंगे।
सागरपाड़ा में तैयार किए पौधे
लवकुश वाटिका में अगली दफाकेन्द्रीय पौधशाला में जलभराव के चलते वन विभाग ने मध्यप्रदेश सीमा स्थित सागरपाडा नर्सरी में भी इस दफा पौधे तैयार किए थे। साथ ही बाड़ी रोड स्थित लवकुश वाटिका में तैयारी की है और अगली दफा यहां पौधे तैयार किए जाएंगे। इस दफा जगह तैयार की जा रही है। यह इलाका पथरीला होने से यहां पर विशेष ध्यान देकर कार्य किया जा रहा है। जिलेभर में विभिन्न नर्सरियों में विभाग की ओर से इस सीजन में 9 लाख 10 हजार पौधे वितरण के लिए तैयार किए गए हैं।
- मानसून के पूर्वानुमान के चलते इस दफा हम सतर्क थे। इसलिए केन्द्रीय पौधशाला में तैयार किए पौधे बारिश से पहले ही दूसरी नर्सरी में शिफ्ट कर दिए। यह बस्ती में होने से जलभराव की समस्या है। पौधे वितरण कार्य शुरू हो गया है।
- वी.चेतन कुमार, डीएफओ धौलपुर