राजस्थान में फिर एक बीएलओ की मौत का मामला सामने आया है। धौलपुर जिले में बीएलओ की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि काम के दबाव ने जान ले ली।
धौलपुर: कोतवाली थाना क्षेत्र की प्रताप विहार कॉलोनी में शनिवार रात एक बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) की संदिग्ध परिस्थितियों में घर पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया।
मृतक के परिजनों ने बताया कि अनुज पुत्र कालीचरन गर्ग उम्र करीब 42 वर्ष वह पिछले कई दिनों से अत्यधिक काम के दबाव में था। बार-बार चुनावी कार्य और प्रशासनिक जिम्मेदारियों के कारण उसे ठीक से आराम भी नहीं मिल पा रहा था।
परिजनों का आरोप है कि कार्यभार अधिक होने के कारण अनुज मानसिक तनाव में था, जिससे उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। फिलहाल, पुलिस द्वारा मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। मौत के सही कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल पाएगा। घटना के बाद से कॉलोनी में शोक का माहौल है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
जयपुर में मतदाता सूची तैयार कर रहे बीएलओ मुकेशचंद जांगिड़ ने बीते कुछ दिनों पहले बिंदायका रेलवे फाटक पर ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी थी। बीएलओ की जेब से सुसाइड नोट मिला था, जिसमें उसने विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम से परेशान होने, अधिकारियों पर प्रताड़ित करने और लगातार काम का दबाव बनाने का आरोप लगाया था।
बताते चलें कि बीएलओ ने काम नहीं करने पर सस्पेंड करने की धमकी देने का भी आरोप लगाया। पुलिस ने बताया था कि कालवाड़ रोड स्थित धर्मपुरा निवासी मुकेशचंद जांगिड़ (48) ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। मुकेश बाइक से बिंदायका रेलवे फाटक पहुंचा, जहां फाटक बंद था। ट्रेन बिंदायका स्टेशन पार करते हुए फाटक की तरफ आई, तभी मुकेश बाइक खड़ी कर रेलवे लाइन पर पहुंच गया।