Ghee Benefits : सदियों से घी को ताकत का पर्याय माना गया है. वजन कम होता था या ताकत की कमी होती थी, उन्हें घी का सेवन कराया जाता था। पुराने जमाने में घी (Ghee) से शरीर की खूबसूरती को बढ़ाने को इस्तेमाल किया जाता था। चूंकि घी में ताकत होती है, इसलिए कुछ लोगों का मानना है कि घी से मोटापा बढ़ सकता है।
Ghee Benefits : सदियों से घी को ताकत का पर्याय माना गया है. वजन कम होता था या ताकत की कमी होती थी, उन्हें घी का सेवन कराया जाता था। पुराने जमाने में घी (Ghee) से शरीर की खूबसूरती को बढ़ाने को इस्तेमाल किया जाता था। चूंकि घी में ताकत होती है, इसलिए कुछ लोगों का मानना है कि घी से मोटापा बढ़ सकता है। विज्ञान के हिसाब से देखें तो घी में हेल्दी फैट, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रैट सहित कई तरह के मिनिरल्स होते हैं जो फायदेमंद हो सकते हैं। घी से इम्यूनिटी भी बढ़ती है लेकिन घी और मोटापे का क्या संबंध है, यह भी जानना जरूरी है।
घी (Ghee) भारतीय भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो प्राचीन और स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है। यह हमारे शरीर के लिए आवश्यक गुण संभालता है। घी में विटामिन ए, डी, ई और के साथ-साथ सुगम वसा भी होता है। यह खासकर उन लोगों के लिए उपयुक्त है जिन्हें वजन बढ़ाने की जरूरत है, लेकिन मात्रावाहीन ढंग से। इसे बरतने से हमें संतुलित तरीके से साइबरोआर्किड फैट को मिलता है, जो हमारे स्वास्थ्य को बिगाड़ सकता है।
घर में बना शुद्ध देसी घी में लिनोलिक ऐसिड की अच्छी मात्रा होती है, जो वजन घटाने वालों के लिए बेहद फायदेमंद है। देसी घी में पाए जाने वाले सैचुरेटेड फैट शरीर के जिद्दी फैट को कम करने में मददगार होते हैं। साथ ही घी खाने से मेटाबॉलिज्म तेज होता है, जिससे वजन तेजी से कम होता है। दाल, रोटी, सब्जी या अन्य खाद्य पदार्थों को घी के साथ खाने से उनमें मौजूद न्यूट्रिशन शरीर को पर्याप्त मात्रा में मिलते हैं, जो वजन कम करने में मददगार है।
घी में हेल्दी फैट्स होते हैं जो वजन घटाने में मदद कर सकते हैं। यह ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैट्स को हमारे शरीर में पहुंचाता है जो वजन घटाने में मददगार है। घी फैट सेल्स को जलाता है और एक्स्ट्रा फैट को एनर्जी में बदलने में मदद कर सकता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।