मां के साथ फॉर्म भरवाने गई 12वीं की छात्रा के साथ जावेद घांची नाम के युवक ने छेड़छाड़ और मारपीट की घटना को अंजाम दिया, जिसके बाद पीड़िता ने आत्महत्या कर ली। इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
डूंगरपुर। जिले के धंबोला थाना क्षेत्र की एक छात्रा ने छेड़छाड़ व मारपीट की घटना से तंग होकर विषाक्त पदार्थ का सेवन कर आत्महत्या कर ली। छात्रा से छेड़छाड़ तब हुई, जब वह दो दिन पहले अपनी मां के साथ बाजार में बीएसटीसी का फॉर्म भरने गई थी। यहां समुदाय विशेष का एक युवक व उसके परिवार के लोगों ने नाबालिग बालिका से छेड़छाड़ की एवं इसका विरोध करने पर छात्रा व उसकी मां के साथ मारपीट की एवं जान से मारने की धमकी दी।
अवसाद में आई पीड़िता ने घटना के दिन ही पास की पुलिस चौकी में लिखित रिपोर्ट भी दी, लेकिन किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई। इसी बीच नाबालिग छात्रा ने विषाक्त सेवन कर लिया, जिसके बाद उदयपुर में उपचार के दौरान बुधवार को उसकी मौत हो गई। घटना के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति है। लोगों ने घटना पर आक्रोश जताते हुए आरोपियों की गिरफ्तार की मांग की हैं।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर करने के साथ ही आरोपी युवक को डिटेन कर जांच शुरू कर दी है। सुरक्षा की दृष्टि से क्षेत्र में 5 थानों का पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस ने शव उदयपुर से पहुंचने के बाद डूंगरपुर जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। बताया जा रहा है कि मृतका क्षेत्र के ही एक विद्यालय में बारहवीं कक्षा में अध्ययनरत थी।
मृतका की मां ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि 14 दिसंबर को वह अपनी बेटी के साथ उसके बीएसटीसी का फार्म भराने के लिए बाजार में ई-मित्र केंद्र पर गई थी। जहां आरोपी जावेद घांची बाइक से पीछा करने लगा। ई-मित्र केंद्र पर आवेदन के लिए जब फोटो को लेकर कहा गया तो बेटी को लेकर फोटो खिंचवाने पास के ही स्टूडियो गई। यहां पर भी आरोपी पीछा करने लगा एवं स्टूडियो के पास दुकान के बाहर बैठ गया।
लगातार पीछा करने को लेकर जब आरोपी से पूछा गया तो वो धमकाने लगा। इसके बाद बेटी को लेकर वापस ई-मित्र केंद्र पर फॉर्म भरने पहुंची तो आरोपी, उसके परिवार सहित कुछ अन्य लोग आए एवं गाली-गलौज कर बाहर बुलाया एवं मारपीट शुरू कर दी। यहां जमीन पर पटक दिया। मारपीट देखकर लोगों की भीड़ जमा हो गई, जिन्होंने बीच-बचाव कर मामले को शांत किया।
घर आने के बाद घटनाक्रम की जानकारी बेटे को दी गई, जिस पर पुलिस चौकी में लिखित रिपोर्ट भी दी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। रिपोर्ट में बताया कि 16 दिसंबर की शाम को बेटी ने विषाक्त सेवन कर अपने भाई को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद उसे नजदीकी चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती कराया गया, जहां से डूंगरपुर रेफर कर दिया गया।
मृतका की मां ने रिपोर्ट में बताया कि बेटी को डूंगरपुर ले जाते समय उसने रास्ते में अपने भाई से कहा कि जावेद ने हमारे साथ मारपीट व छेड़छाड़ की। इसके बावजूद पुलिस की ओर से कार्रवाई नहीं की गई, वह खुलेआम घूम रहा है। इससे अवसाद में आकर विषाक्त सेवन किया है। डूंगरपुर जिला अस्पताल में भी हालत गंभीर होने से उसे उदयपुर रेफर किया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
इधर, नाबालिग की मौत की सूचना मिलते ही क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन गई। लोगों ने पुलिस की तरफ से कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगते हुए धंबोला थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। यहां आक्रोशित लोगों ने जमकर नारेबाजी भी की। पुलिस शाम तक समझाइश का प्रयास करती रही। पुलिस उपाधीक्षक मदन विश्नोई ने बताया कि मामले में चौकी प्रभारी मणीलाल को लाइन हाजिर कर दिया गया है। मामले में जांच की जा रही है।