CG Ration Card: दुर्ग जिले के 24 हजार 968 राशनकार्डधारी महीनों से राशन लेने दुकान नहीं आ रहे हैं। इन राशनकार्डों को संदेहास्पद मानकर सत्यापन कराया जा रहा है।
CG Ration Card: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के 24 हजार 968 राशनकार्डधारी महीनों से राशन लेने दुकान नहीं आ रहे हैं। इन राशनकार्डों को संदेहास्पद मानकर सत्यापन कराया जा रहा है। खाद्य विभाग द्वारा इसके लिए टीमें बनाई गई है। टीम के सदस्य राशनकार्ड में दर्ज पते पर जाकर हितग्राहियों की पहचान कर सत्यापन रहे हैं। खास बात यह है कि ये सभी राशनकार्ड अंत्योदय योजना के हैं। पते पर राशनकार्डधारी नहीं मिले तो इन राशनकार्डों को निरस्त किया जाएगा।
जिले में इस समय 4 लाख 99 हजार 706 राशनकार्ड प्रचलित है। इनमें 76 हजार 38 अंत्योदय योजना, 2006 निराश्रित, 2 लाख 98 हजार 748 प्राथमिकता, 2 हजार 985 नि:शक्तजन और 1 लाख 19 हजार 929 एपीएल श्रेणी के राशनकार्ड हैं। इन राशनकार्डधारियों को हर माह सरकारी दुकानों से सस्ते दर पर राशन दिया जाता है, लेकिन इनमें से अंत्योदय योजना के 24 हजार 968 राशनकार्डधारी कई महीनों से राशन लेने दुकान नहीं पहुंच रहे हैं। इनमें से अधिकतर ने 6 से 12 माह का राशन नहीं लिया है। इसके अलावा इनमें संदेहास्पद आधार नंबर वाले हितग्राही भी शामिल हैं।
दुकानों में महीनों से राशन नहीं लेने वालों के संबंध में माना जा रहा है कि ये कार्डधारी या तो पलायन कर गए हैं, अथवा राशनकार्ड फर्जी नामों से बनाए गए हैं। इसीलिए खाद्य विभाग द्वारा शासन के निर्देश पर राशनकार्डों में दर्ज पते पर जाकर पड़ताल किया जा रहा है। टीम को पते पर जाकर पड़ताल के साथ विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने कहा गया है। खाद्य विभाग द्वारा इन राशन कार्डों को निरस्त करने की कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
संदेहास्पद व अपात्रों के राशनकार्डों को लेकर भी शासन स्तर पर सती की तैयारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि इसके लिए इनकम टैक्स विवरणी और धान खरीदी की फाइलों को भी खंगालने की योजना बनाई गई है। इससे अपात्रता के बाद भी राशन ले रहे हितग्राहियों की पहचान हो सकेगी। ऐसा होने पर ऐसे लोगों का राशनकार्ड निरस्त कर दिया जाएगा।