यहां पैदा होने वाला लहसुन आकार में बड़ा और दानेदार होता है। साथ ही इसका स्वाद तीखा और सुगंध तेज होती है, जो पकवानों का जायका दोगुना कर देती है।
Garlic City In India: भारत के हर राज्य में अलग-अलग संस्कृति और सभ्यता है। भारत का हर राज्य किसी न किसी खास चीज के लिए पहचाना जाता है। कहीं मसाले, कहीं मिठाई तो कहीं कपड़े और हस्तशिल्प। इन्हीं खास पहचानों के बीच एक ऐसा शहर भी है जिसे लोग “लहसुन का शहर” कहते हैं। जी हां, यह शहर अपने विशाल और अनोखे लहसुन उत्पादन की वजह से देशभर में मशहूर है। आइए जानते हैं इस शहर की खासियत और इसके पीछे की पूरी कहानी।
मध्य प्रदेश का मंदसौर जिला देशभर में लहसुन की खेती के लिए प्रसिद्ध है। यहां की उपज इतनी अधिक और गुणवत्तापूर्ण होती है कि इसे पूरे भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी भेजा जाता है। इसी कारण से मंदसौर को लोग आमतौर पर “लहसुन का शहर” कहकर पुकारते हैं। मंदसौर में लहसुन की खेती कोई नई बात नहीं है। यह परंपरा कई दशकों से चली आ रही है। यहां की मिट्टी और जलवायु लहसुन की खेती के लिए बेहद अनुकूल मानी जाती है। किसानों ने धीरे-धीरे पारंपरिक खेती के साथ आधुनिक तकनीक अपनाई, जिससे उत्पादन और गुणवत्ता दोनों बढ़ गए।
यहां पैदा होने वाला लहसुन आकार में बड़ा और दानेदार होता है। साथ ही इसका स्वाद तीखा और सुगंध तेज होती है, जो पकवानों का जायका दोगुना कर देती है। लंबे समय तक खराब न होने की क्षमता भी इसकी एक खास पहचान है। यही वजह है कि मंदसौर लहसुन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी मांग रहती है।
मंदसौर में स्थित लहसुन मंडी एशिया की सबसे बड़ी मानी जाती है। यहां रोजाना हजारों क्विंटल लहसुन की खरीदी-बिक्री होती है। देशभर के व्यापारी यहां आते हैं और बड़े पैमाने पर लहसुन की खरीदारी करते हैं। यह मंडी न केवल स्थानीय किसानों की आमदनी का बड़ा जरिया है, बल्कि यह जिले की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देती है।
मंदसौर में लहसुन केवल एक फसल नहीं, बल्कि हजारों किसानों की आजीविका का मुख्य साधन है। यहां की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा इसी पर निर्भर है। लहसुन के बड़े पैमाने पर उत्पादन और निर्यात से मंदसौर की पहचान देशभर में अलग बन चुकी है। मंदसौर का नाम जब भी लिया जाता है, तो सबसे पहले लोगों को लहसुन की खुशबू याद आती है। यही वजह है कि यह शहर आज पूरे भारत में “लहसुन का शहर” कहलाता है।