क्या आप जानते हैं कि अब तक बिहार में कितने मुख्यमंत्री रहे हैं या सबसे लंबे समय तक सीएम रहने का रिकॉर्ड किस नेता के नाम है? आइये जानते हैं।
Bihar Chief Minister: बिहार में कुछ ही दिनों के भीतर विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान किया जा सकता है। इससे पहले बिहार में सियासी पारा पूरी तरीके से गर्म है। चुनाव के बाद नए मुख्यमंत्री सीएम पद की शपथ लेंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अब तक बिहार में कितने मुख्यमंत्री रहे हैं या सबसे लंबे समय तक सीएम रहने का रिकॉर्ड किस नेता के नाम है? आइये जानते हैं। बिहार की राजनीति हमेशा से उतार-चढ़ाव और बदलावों के लिए जानी जाती है। स्वतंत्रता के बाद से लेकर अब तक राज्य में कई नेताओं ने मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली है। अक्सर राजनीतिक समीकरणों और दल-बदल की वजह से यहां मुख्यमंत्री पद पर बदलाव भी देखने को मिला।
1946 में जब बिहार में पहली बार प्रांतीय सरकार बनी थी, तब कांग्रेस नेता डॉ. श्रीकृष्ण सिंह को पहला मुख्यमंत्री बनाया गया। उसके बाद से अब तक राज्य में 23 से अधिक नेता मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठ चुके हैं। इनमें से कई नेताओं ने एक से ज्यादा बार मुख्यमंत्री पद संभाला है। बिहार की राजनीति हमेशा से चर्चाओं में रही है। यहां सत्ता परिवर्तन, गठबंधन और दल-बदल के कारण कई बार मुख्यमंत्री पद पर बदलाव होते रहे हैं। लेकिन कुछ ऐसे नेता भी हुए हैं जिन्होंने लंबे समय तक जनता का विश्वास बनाए रखा और बार-बार इस पद पर काबिज हुए।
नीतीश कुमार पहली बार साल 2000 में बिहार के मुख्यमंत्री बने थे। उस समय उनका कार्यकाल मात्र 7 दिनों का रहा। इसके बाद वर्ष 2005 में वे दोबारा सत्ता में आए और लगातार 2014 तक करीब 8 साल मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत रहे।
2015 में उन्होंने तीसरी बार शपथ ली और फिर नवंबर 2015 में चौथी बार मुख्यमंत्री बने। यह कार्यकाल वर्ष 2020 तक चला। इसके बाद 2020 में 17वीं विधानसभा के चुनावों के पश्चात वे पुनः मुख्यमंत्री बने और वर्तमान में भी इस पद पर काबिज हैं। कुल मिलाकर, नीतीश कुमार अब तक 18 साल से अधिक समय तक बिहार के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी निभा चुके हैं, जिससे वे राज्य की राजनीति में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड बना चुके हैं।
हालांकि, बिहार में लगातार सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड डॉ. श्रीकृष्ण सिंह के नाम दर्ज है। वे 1946 से लेकर 1961 तक लगभग 14 साल 314 दिनों तक लगातार इस पद पर बने रहे। खास बात यह रही कि उन्होंने आजादी से पहले प्रांतीय सरकार का नेतृत्व किया और आजादी के बाद भी राज्य के पहले निर्वाचित मुख्यमंत्री बने रहे।
| मुख्यमंत्री का नाम | कार्यकाल (Tenure in office) |
|---|---|
| श्री कृष्ण सिंह | 26 जनवरी 1950 – 31 जनवरी 1961 |
| दीप नारायण सिंह | 1 फरवरी 1961 – 18 फरवरी 1961 |
| बिनोदानंद झा | 18 फरवरी 1961 – 2 अक्टूबर 1963 |
| कृष्ण बल्लभ सहाय | 2 अक्टूबर 1963 – 5 मार्च 1967 |
| महमाया प्रसाद सिन्हा | 5 मार्च 1967 – 28 जनवरी 1968 |
| सतीश प्रसाद सिंह | 28 जनवरी 1968 – 1 फरवरी 1968 |
| बिंदेश्वरी प्रसाद मंडल | 1 फरवरी 1968 – 22 मार्च 1968 |
| भोला पासवान शास्त्री | 22 मार्च 1968 – 29 जून 1968 |
| हरिहर सिंह | 26 फरवरी 1969 – 22 जून 1969 |
| भोला पासवान शास्त्री | 22 जून 1969 – 4 जुलाई 1969 |
| दारोगा प्रसाद राय | 16 फरवरी 1970 – 22 दिसंबर 1970 |
| कर्पूरी ठाकुर | 22 दिसंबर 1970 – 2 जून 1971 |
| भोला पासवान शास्त्री | 2 जून 1971 – 9 जनवरी 1972 |
| केदार पांडेय | 19 मार्च 1972 – 2 जुलाई 1973 |
| अब्दुल गफूर | 2 जुलाई 1973 – 11 अप्रैल 1975 |
| जगन्नाथ मिश्रा | 11 अप्रैल 1975 – 30 अप्रैल 1977 |
| कर्पूरी ठाकुर | 24 जून 1977 – 21 अप्रैल 1979 |
| रामसुंदर दास | 21 अप्रैल 1979 – 17 फरवरी 1980 |
| जगन्नाथ मिश्रा | 8 जून 1980 – 14 अगस्त 1983 |
| चंद्रशेखर सिंह | 14 अगस्त 1983 – 12 मार्च 1985 |
| बिंदेश्वरी दुबे | 12 मार्च 1985 – 13 फरवरी 1988 |
| भगवत झा आजाद | 14 फरवरी 1988 – 10 मार्च 1989 |
| सत्येन्द्र नारायण सिन्हा | 11 मार्च 1989 – 6 दिसंबर 1989 |
| जगन्नाथ मिश्रा | 6 दिसंबर 1989 – 10 मार्च 1990 |
| लालू प्रसाद यादव | 10 मार्च 1990 – 28 मार्च 1995 |
| लालू प्रसाद यादव | 4 अप्रैल 1995 – 25 जुलाई 1997 |
| राबड़ी देवी | 25 जुलाई 1997 – 11 फरवरी 1999 |
| राबड़ी देवी | 9 मार्च 1999 – 2 मार्च 2000 |
| नितीश कुमार | 3 मार्च 2000 – 10 मार्च 2000 |
| राबड़ी देवी | 11 मार्च 2000 – 6 मार्च 2005 |
| नितीश कुमार | 24 नवंबर 2005 – 20 मई 2014 |
| जीतन राम मांझी | 20 मई 2014 – 22 फरवरी 2015 |
| नितीश कुमार | 22 फरवरी 2015 – 20 नवंबर 2015 |
| नितीश कुमार | 20 नवंबर 2015 – 16 नवंबर 2020 |
| नितीश कुमार | 16 नवंबर 2020 – वर्तमान (Incumbent) |
बिहार की राजनीति में अक्सर गठबंधन सरकारें और दल-बदल देखने को मिलते रहे हैं। यही वजह है कि राज्य में कई बार कम बहुत कम समय के लिए भी मुख्यमंत्री बने। कुछ नेताओं का कार्यकाल महज कुछ दिनों या महीनों का ही रहा। कुल मिलाकर, बिहार में अब तक कई नेताओं ने मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी निभाई है।