शिक्षा

छात्रों की बल्ले-बल्ले! यूपी के बाद अब इस राज्य में बढ़ी MBBS Seats, सरकार ने 8 नए मेडिकल कॉलेज को दिखाई हरी झंडी 

MBBS Seats: महाराष्ट्र में 800 नई सरकारी एमबीबीएस सीटें बढ़ा दी गई हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने महाराष्ट्र में 8 नए मेडिकल कॉलेजों को हरी झंडी दे दी है।

2 min read

MBBS Seats: एमबीबीएस की पढ़ाई करने वालों के लिए खुशखबरी है। नीट यूजी की काउंसलिंग प्रक्रिया अभी जारी है। इस बीच महाराष्ट्र में 800 नई सरकारी एमबीबीएस सीटें बढ़ा दी गई हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने महाराष्ट्र में 8 नए मेडिकल कॉलेजों को हरी झंडी दे दी है। केंद्र की मंजूरी के बाद राज्य में सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़कर 41 हो गई है।

इन जिलों में बढ़े सीट्स (MBBS Seats)

महाराष्ट्र में इस वर्ष एडमिशन सीजन शुरू होने से पहले ही मुंबई और नासिक में 50-50 एमबीबीएस सीटों (MBBS Seats) के साथ दो मेडिकल कॉलेजों (Medical College) को मंजूरी मिल चुकी थी। वहीं अब अंबरनाथ, गढ़चिरौली, अमरावती, वाशिम, जालना, बुलढाणा, हिंगोली और भंडारा में स्थित 8 मेडिकल कॉलेजों को केंद्र सरकार से मंजूरी मिल गई है। इस साल से यहां छात्रों को दाखिला मिलेगा।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अपीलों का निपटारा करते हुए केंद्र सरकार ने नेशनल मेडिकल कमिशन (एनएमसी) को निर्देश दिया है कि वह संस्थानों को 2024-25 के शैक्षणिक सत्र से 100-100 सीटों के साथ एमबीबीएस कोर्स शुरू करने की अनुमति दे। एनएमसी ही देश में मेडिकल एजुकेशन की देखरेख करती है।

नए मेडिकल कॉलेज में अभी भी हैं कमियां (Medical College)

इन बढ़ी हुई सीटों के साथ राज्य में MBBS सीटों की संख्या अब 5,850 हो जाएगी। 800 सीटों में से 15 फीसदी सीटें एमसीसी द्वारा आयोजित ऑल इंडिया कोटा काउंसलिंग से दाखिले के लिए उपलब्ध कराई जाएंगी और बाकी को राज्य की काउंसलिंग प्रक्रिया में जोड़ा जाएगा। पांच साल में यह दूसरी बार है जब राज्य की सरकारी मेडिकल सीटों में इतना बड़ा इजाफा हो रहा है। 2019 में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) कोटा लागू होने के बाद सरकारी मेडिकल संस्थानों में लगभग 950 सीटें जोड़ी गई थीं। बताया जा रहा है कि मंजूरी पाने वाले ज्यादातर कॉलेज मेडिकल कोर्स कराने को लेकर एनएमसी की ओर से तय की गईं गाइडलाइंस पर खरा उतरने में नाकाम रहे हैं। एमबीबीएस कोर्स कराने के लिए आयोग ने जो न्यूनतम आवश्यकताएं निर्धारित की हैं, उनका इन मेडिकल कॉलेज में अभाव है। ऐसे में कॉलेज ने इन कमियों को जल्द से जल्द दूर करने का वादा किया है। इससे पहले यूपी में एमबीबीएस की सीटों में बढ़ोतरी हुई थी।

Also Read
View All

अगली खबर