IPS Success Story: आईपीएस मनोज शर्मा और श्रद्धा जोशी की पहली मुलाकात दिल्ली के मुखर्जी नगर में हुई थी। वहां से दोनों ने साथ मिलकर पढ़ाई की और यूपीएससी क्रैक किया। आइए, जानते हैं इनकी सक्सेस स्टोरी-
Valentine Week Special Success Story:“होश वालों को ख़बर क्या बे-ख़ुदी क्या चीज़ है, इश्क़ कीजे फिर समझिए ज़िंदगी क्या चीज़ है”....निदा फ़ाज़ली की ये शेर आपने भी सुनी होगी। इश्क में लोग क्या क्या नहीं हो जाते, कोई पागल तो कोई आवारा तो कोई बागी। वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो किसी के सच्चे प्यार में दुनिया तक जीत लेने की हिम्मत रखते हैं। कुछ ऐसी ही कहानी है आईपीएस मनोज शर्मा (IPS Manoj Sharma) और उनकी पत्नी आईआरएस श्रद्धा जोशी (IRS Shraddha Joshi) की। कोचिंग पढ़ने आए ये मामूली से अभ्यर्थी एक दूसरे के प्यार में पड़ जाते हैं और फिर UPSC क्रैक करना तो बहुत छोटी सी बात है दुनिया जीतना भी इन्हें आसान लगने लगता है। वैलेंटाइन वीक स्पेशल (Valentine Week Special) सीरीज में आज जानेंगे इनकी सक्सेस स्टोरी (Success Story)-
मनोज शर्मा मूल रूप से मध्य प्रदेश के मुरैन जिले के रहने वाले हैं। उनकी शुरुआती पढ़ाई लिखाई अपने गांव से ही हुई। मनोज शर्मा 12वीं कक्षा में फेल हो गए थे। इस दौरान उन्होंने सिविल सेवा में आने का मन बनाया। हालांकि, परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि वो महंगी कोचिंग के फीस दे सकते। उन्होंने आटा चक्की, लाइब्रेरी और भी इस तरह के कई छोटे-मोटे काम करके खुद का खर्च निकाला और 3 असफल प्रयासों के बाद चौथे प्रयास में UPSC क्रैक किया।
श्रद्धा जोशीउत्तराखंड के अल्मोड़ा की रहने वाली हैं। उनकी शुरुआती पढ़ाई लिखाई अल्मोड़ा से ही हुई। श्रद्धा हमेशा से ही पढ़ने में अच्छी थीं। वे 12वीं कक्षा में मेरिट होल्डर थी और उन्होंने स्टेट बोर्ड एग्जाम में 13वीं रैंक हासिल की थी। उनके माता पिता अध्यापक थे और अपनी बेटी को डॉक्टर बनाना चाहते थे। श्रद्धा यूपीएससी की तैयारी से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सा और सर्जरी में स्नातक की पढ़ाई कर रही थीं। लेकिन फिर उनके अदंर समाज सेवा का भाव आया और उन्होंने यूपीएससी सीएसई परीक्षा में भाग लेने का मन बनाया।
मुखर्जी नगर के एक कोचिंग में मनोज और श्रद्धा की पहली मुलाकात हुई। दोनों ने साथ में पढ़ाई की और धीरे धीरे दोनों के बीच प्यार भी गहरा हो गया। हालांकि, दूसरे प्रेमियों की तरह जीने मरने की कसमें खाने के बदले श्रद्धा और मनोज ने साथ मिलकर सफलता हासिल करने को चुना। दोनों ने एक दूसरे को मुश्किल वक्त में सपोर्ट किया।
मनोज शर्मा ने चार बार CSE परीक्षा दी थी और अपने चौथे प्रयास में सफल हुए। उन्होंने AIR 121वीं के साथ सफलता हासिल की और 2005 में IPS कैडर से चुने गए। वहीं श्रद्धा जोशी ने 2005 में पीसीएस परीक्षा में सफलता हासिल की थी और इसी के साथ वे नैनीताल में डिप्टी कलेक्टर बनीं। बाद में उन्होंने UPSC CSE परीक्षा पास की और 2007 में AIR 121वीं के साथ भारतीय राजस्व सेवा (IRS) हासिल किया।
श्रद्धा जोशी IRS अधिकारी हैं और वर्तमान में मुंबई में सेवा दे रही हैं। वहीं मनोज शर्मा का बीते साल यानी कि 2024 में प्रमोशन हुआ था और उन्हें इंस्पेक्टर जनरल (IG) बना दिया गया है। इससे पहले मनोज डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) थे। मनोज और श्रद्धा की ये कहानी न सिर्फ एक प्रेम कहानी है बल्कि हजारों लाखों अभ्यर्थियों को इनसे प्रेरणा मिलती है। मनोज शर्मा के दृढ़ संकल्प और श्रद्धा के धैर्य के कारण ही आज दोनों सफल हैं।