UPSC Cadre Allocation: अधिकारियों को उनकी प्राथमिकताओं और राज्य में उपलब्ध रिक्तियों के आधार पर पद और राज्य कैडर सौंपे जाते हैं। LBSNAA में ट्रेनिंग के लिए जाते वक्त ही सभी कैंडिडेट्स से उनकी पसंद के कैडर के बारे में पूछ लिया जाता है। जानिए कैडर आवंटित करने का पूरा प्रोसेस-
UPSC Cadre Allocation: बीते रोज संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा का परिणाम (UPSC CSE Result 2024) जारी कर दिया है। कुल 1009 कैंडिडेट्स सफल हुए हैं। सफल उम्मीदवारों की लिस्ट में 725 पुरुष हैं और 284 महिलाएं हैं। रिजल्ट जारी होने के बाद सभी कैंडिडेट्स ट्रेनिंग के लिए LBSNAA जाते हैं। ऐसे कैंडिडेट्स जो यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए जानना बहुत जरूरी है कि किस तरह कैंडिडेट्स को कैडर अलॉट होता है।
अधिकारियों को उनकी प्राथमिकताओं और राज्य में उपलब्ध रिक्तियों के आधार पर पद और राज्य कैडर सौंपे जाते हैं। LBSNAA में ट्रेनिंग के लिए जाते वक्त ही सभी कैंडिडेट्स से उनकी पसंद के कैडर के बारे में पूछ लिया जाता है। कैंडिडेट्स उन राज्यों का नाम चुनते हैं जहां वे ट्रेनिंग के बाद अपनी सेवा देना चाहते हैं।
कैडर आवंटित करने के लिए सभी कैंडिडेट्स से एक फॉर्म भराया जाता है, जिसे डिटेल्ड एप्लीकेशन फॉर्म (DAF) के नाम से जाना जाता है। इस फॉर्म में सभी कैंडिडेट्स अपने पसंद का राज्य चुनते हैं। कैंडिडेट्स को ये नाम घटते क्रम (Descending Order) में देने होते हैं। फिर प्राथमिकता और रिक्तियों के आधार पर कैडर आवंटित (UPSC Cadre Allocation) किए जाते हैं।
भारत में यूपीएससी राज्य कैडर लिस्ट को 5 जोन में बांटा गया है। जोन 1 में AGMUT (Arunachal Pradesh-Goa-Mizoram and Union Territories), हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा आता है। वहीं जोन 2 में उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा आता है। जोन 3 में गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ आता है। वहीं जोन 4 में पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, मणिपुर, नागालैंड, त्रिपुरा आता है और जोन 5 में तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल आता है।