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UPSC Result 2023: कौन हैं बुलंदशहर के पवन कुमार?…सोशल मीडिया पर इनके ही चर्चे

पवन कुमार ने 8वीं कक्षा तक की पढ़ाई गांव से की। इसके बाद 9वीं से 12वीं की पढ़ाई गांव के ही नवोदय विद्यालय से की। 12वीं की पढ़ाई के बाद पवन कुमार ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पढ़ाई की।

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Apr 18, 2024

UPSC Result 2023: यूपीएससी सीएसई परीक्षा का रिजल्ट सामने आने के बाद से यूपी के बुलंदशहर से आने वाले पवन कुमार का नाम लगातार चर्चा में बना हुआ है। यूपीएससी परीक्षा में टॉप तो बहुत से अभ्यर्थियों ने किया है। पर पवन कुमार की कहानी थोड़ी अलग है। घर में बिजली नहीं, न गैस, तिरपाल की छत और कच्चा मकान। लेकिन इन तमाम चुनौतियों के बाद भी पवन कुमार ने यूपीएससी में 239वीं रैंक हासिल कर न सिर्फ अपनी किस्मत बदली बल्कि परिवार के साथ-साथ गांव का नाम रोशन किया।

पवन कुमार की शुरुआती शिक्षा (Pawan Kumar)

पवन कुमार ने 8वीं कक्षा तक की पढ़ाई गांव से की। इसके बाद 9वीं से 12वीं की पढ़ाई गांव के ही नवोदय विद्यालय से की। 12वीं की पढ़ाई के बाद पवन कुमार ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पढ़ाई और फिर यूपीएससी की तैयारी शुरू की। पवन कुमार की उम्र 24 वर्ष (Pawan Kumar Age) बताई जा रही है।

कच्चा मकान, घर में कोई सुख-सुविधा नहीं…फिर भी सपना को किया पूरा (UPSC Result 2023)

बुलंदशहर के गांव रघुनाथपुर से आने वाले पवन कुमार के पिता मुकेश कुमार गांव में एक किसान हैं और मां सुमन गृहणी। पवन कुमार की तीन बहनें हैं। सबसे बड़ी बहन बीए करने के बाद से निजी स्कूल में पढ़ाने का काम करती हैं, वहीं दूसरी बहन बीए कर रही है और तीसरी बहन अभी 12वीं की पढ़ाई कर रही है। 


उनका परिवार बेहद गरीब है। पवन कुमार के घर में बिजली कनेक्शन तो है लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में बिजली आपूर्ति का आभाव है। घर में कोई सुख-सुविधा तो दूर की चीज है, बेसिक चीजों की भी कमी है। पवन कुमार का पूरा परिवार कच्चे मकान में रहता है, जिसकी छत तिरपाल की बनी हुई है। आज भी पवन की मां लकड़ी के चूल्हे पर खाना पकाती हैं। हालांकि, उज्ज्वला योजना का गैस कनेक्शन घर में है लेकिन गैस सिलेंडर भरवाने के पैसे नहीं हैं। 

तीसरे प्रयास में पवन कुमार ने मारी बाजी (Pawan Kumar Rank) 

बता दें, यूपीएससी सीएसई परीक्षा (UPSC CSE 2023) में पवन कुमार ने 239वीं रैंक हासिल की है। पवन कुमार की इस कामयाबी पर परिवार में जश्न का माहौल है। पवन ने केवल कुछ ही विषय के लिए दिल्ली में कोचिंग ली थी। दो वर्ष कोचिंग के बाद उन्होंने ज्यादातर सेल्फ स्टडी पर फोकस किया। कड़ी मेहनत के बाद तीसरे प्रयास में पवन कुमार को सफलता मिली। 

Published on:
18 Apr 2024 03:21 pm
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