बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह गोंडा के एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। उन्होंने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस द्वारा वंदे मातरम का विरोध किया जा रहा है। इस पर उन्होंने कई बड़े बयान दिया। ओवैसी के पूर्वज की जाती भी बताई वंदे मातरम को लेकर कहा कि यह भारत में नहीं तो क्या पाकिस्तान और अफगानिस्तान में गया जाएगा।
गोंडा में पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने वंदे मातरम के विरोध को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आज़ादी की लड़ाई वंदे मातरम के आधार बनाकर लड़ी गई थी। कांग्रेस जानबूझकर ऐसे मुद्दों से देश का ध्यान भटकाती है। एक निजी कार्यक्रम में शामिल होकर उन्होंने कई बड़े बयान दिए।
गोंडा में एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने वंदे मातरम के विरोध पर कांग्रेस को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वंदे मातरम जैसे मुद्दों पर बेवजह विवाद खड़ा करती है। जबकि यही गीत भारत की आज़ादी की लड़ाई की आत्मा रहा है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर वंदे मातरम भारत में नहीं गाया जाएगा। तो क्या अफगानिस्तान या पाकिस्तान में गाया जाएगा? कांग्रेस की इसी कार्यशैली ने उसे देश की राजनीति में कमजोर किया है।
बृजभूषण ने कहा कि वंदे मातरम से मुसलमानों को कभी आपत्ति नहीं रही। आज़ादी की लड़ाई में बड़ी संख्या में मुसलमान शामिल थे। जिन्ना को छोड़कर किसी ने इसका विरोध नहीं किया। अंग्रेजों ने भारत-पाकिस्तान को धर्म के आधार पर बांटा, और जो मुसलमान भारत में रहे। उनमें से 80 प्रतिशत वे हैं। जो सदियों पहले धर्म परिवर्तन कर चुके थे। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस को छोड़ देश में किसी को वंदे मातरम से समस्या नहीं है। केवल वही लोग विरोध कर रहे हैं। जिन पर कांग्रेस की छाया पड़ी है। उन्होंने जोड़ा कि न राहुल गांधी और न ही विपक्ष जनता की भावनाओं के ठेकेदार हैं। बात अगर निकली तो दूर तक जाएगी। लेकिन कांग्रेस 75 वर्ष बाद भी अपने तौर-तरीकों में सुधार नहीं कर रही। वह खुद को राजनीतिक नुकसान पहुंचाने वाले मुद्दे उठाती रहती है।
असदुद्दीन ओवैसी पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि ओवैसी के पूर्वज हिंदू थे। उनका जन्म ब्राह्मण कुल में हुआ था। कल्कि धाम का जिक्र करते हुए कहा कि वे भी संभल स्थित इस धाम में गए थे। प्रधानमंत्री मोदी ने इसका शिलान्यास किया है। आचार्य प्रमोद कृष्णम निर्माण कार्य देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि शास्त्रों में वर्णित कल्कि अवतार के आधार पर यह धाम भव्य रूप ले रहा है। शास्त्रों में लिखा है कि कलयुग का अंत कलिक भगवान के अवतार से होगा