Gonda news: गोंडा में इंसानियत को शर्मसार करने का एक मामला सामने आया है। काफिर होने का फतवा जारी कर जनाजा रोकने और जान से मारने की धमकी के मामले में पीड़ित ने पुलिस से शिकायत की है।
Gonda news: गोंडा जिले के धानेपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में इंसानियत को शर्मसार करने का मामला सामने आया है। एक मुस्लिम महिला की मौत के बाद मौलाना ने काफिर होने का फतवा जारी कर जनाजा रोक दिया। जब उसने दूसरे मौलवी को बुलाने की कोशिश की। तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई। पीड़ित ने इसकी सूचना ग्राम प्रधान को देते हुए पुलिस से शिकायत की। जिसके बाद प्रधान और ग्रामीणों की मौजूदगी में महिला का अंतिम संस्कार हुआ।
Gonda news: गोंडा जिले के उज्जैनी कला गाँव के रहने वाले एक शख्स ने थाने पर तहरीर दे कर मौलाना पर गम्भीर आरोप लगाया है। दिए गए शिकायती पत्र में नूरुद्दीन ने बताया है कि उसकी पत्नी इसरत जहां का इंतकाल मंगलवार को सुबह हो गया था। वह लंबे समय से बीमार रहती थी। उसकी मिट्टी व जनाजे के लिए मौजूद मौलाना मुफ़्तीमारूफ़ ने काफ़िर होने का फतवा जारी करते हुए जनाजा की नमाज पढ़ने से इंकार कर दिया। पीड़ित का कहना है कि जब उसने दूसरे मौलाना को बुलाने की कोशिश की तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई। मिट्टी देने से रोक दिया। महिला का पति अपनी पत्नी को मिट्टी दिलाने के लिए मौलाना से हाथ जोड़कर मिन्नत करता रहा। लेकिन दुख की इस घड़ी में मौलाना को जरा सा रहम नहीं आया। मौलाना के आगे गांव के लोग भी तमाशा देखते रहे। जब उसे कोई उपाय नहीं दिखाई पड़ा तो उसने इसकी शिकायत पुलिस और ग्राम प्रधान से किया। थाने पर सूचना देने के बाद पुलिस के हस्तक्षेप से करीब 8 घंटे बाद महिला को मिट्टी दी गई। यह बात पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी रही।