जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के घोषीपुरवा में 23 नवंबर की रात शांति जायसवाल और उनकी बेटी विमला की हथौड़े से कूचकर हत्या कर दी गई थी। शांति देवी के पति की काफी पहले मौत हो चुकी थी, बड़ी बेटी की लखनऊ रहती है। बुजुर्ग मां के साथ विमला मकान पर रहती थी।
गोरखपुर में शाहपुर थानाक्षेत्र में 23 नवंबर की रात घोषीपुरवा मोहल्ले में बुजुर्ग महिला शांति जायसवाल और उसकी अधेड़ उम्र की अविवाहित बेटी विमला जायसवाल की घर में हत्या कर दी गई थी। दोनों के सिर पर हथौड़े जैसे भारी वस्तु से वार किया गया था। सामने का दरवाजा खुला मिला, जिससे अंदेशा है कि हत्यारा परिचित था। फोरेंसिक जांच में हथौड़े पर कपड़ा लिपटा मिला, जिससे फिंगरप्रिंट नहीं मिल सके।
इस हत्या से मुहल्ले में हड़कंप मैच गया, लोगों में दहशत का माहौल बना गया। शहर में इस ब्लाइंड मर्डर को लेकर चर्चाओं का भी बाजार गर्म हो गया। पुलिस ने काफी प्रयास के बाद आखिरकार आज हत्या के ग्यारहवें दिन खुलासा कर दिया। वारदात किसी बाहरी बदमाश ने नहीं, बल्कि परिवार के ही बेहद करीबी युवक रजत ने की थी। वह रेलवे कर्मचारी रामाधार का बेटा है और विमला को बुआ कहता था।
पुलिस के अनुसार, रजत पिछले कुछ महीनों से आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। दिखावे की लाइफ स्टाइल और गर्ल फ्रेंड का खर्चा जब हद से अधिक हो गया तब उसने हत्या का प्लान बनाया। घटना वाली रात उसने शांति देवी और उनकी बेटी विमला को शराब पिलाई, नशे में होने पर हथौड़े से वार कर उनकी हत्या की और घर में रखा करीब 4.50 लाख रुपये नकद और सोने का ब्रेसलेट उठा ले गया।
इस दोहरे ब्लांड मर्डर का खुलासा काफी चुनौतीपूर्ण था लेकिन अंदेशा होने पर पुलिस ने रजत को रडार पर रख लिया। लूट की रकम से उसने 1.50 लाख का मोबाइल फोन गर्लफ्रेंड को खरीदा, दो लाख रुपये उसके पिता को दिए, और 50 हजार अपने पिता को यह कहकर दिए कि प्रापर्टी डीलिंग से कमाए हैं। अचानक हत्या के बाद पैसे के ट्रांसेक्शन ने पुलिस का शक पुख्ता कर दिया।
हत्या में शामिल हथौड़ा भी कपड़े से लिपटा था जिससे उस पर फिंगरप्रिंट नहीं मिले। घर में किसी संघर्ष के निशान नहीं थे, जिससे बाहरी हमलावर की संभावना कमजोर पड़ रही थी। पुलिस ने इलाके के 8 सौ सीसीटीवी कैमरों की फुटेज, 2 सौ मोबाइल नंबरों की डिटेल और मोहल्ले–परिवार के लगभग दर्जनों लोगों से पूछताछ की। रजत को शक के आधार पर जब हिरासत में लिया गया तब पूछताछ में वह टूट गया और पूरे घटनाक्रम को स्वीकार कर लिया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर गलवाए गए सोने के गहनों का हिस्सा भी बरामद किया है। रजत का परिवार इतना खास था कि घटना के बाद मुकदमा दर्ज कराने वाली शांति देवी की बड़ी बेटी सुशीला दो दिन तक रजत के घर ही रही थी।
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि हत्यारा परिवार का काफी करीबी था और वह हर गतिविधियों से परिचित था। उसने इसी का फायदा उठाकर बेहद शातिर ढंग से वारदात को अंजाम दिया। लूटी गई चेन, एक अंगूठी,17 ग्राम सोना,50 हजार रूपये, घटना में प्रयुक्त हथौड़ा और एक बाइक बरामद हुई। आरोपित रजत पर मारपीट के दो केस पहले से दर्ज है।ब्लाइंड मर्डर के खुलासे में थाना प्रभारी शाहपुर नीरज राय, सुनील कुमार राय प्रभारी एंटी थेफ्ट सेल प्रभारी अपने तीन के साथ मौजूद रहे। इस दौरान सीओ गोरखनाथ रवि प्रताप सिंह भी मौजूद रहे।