Gorakhpur news :मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को रामगढ़ताल पर पहुंचे, यहां उन्होंने अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त उत्तर भारत का फ्लोटिंग रेस्टोरेंट का शुभारंभ किया। यह क्षेत्र पर्यटन और खान-पांच के महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभरा है।इस क्षेत्र में हॉस्पिटैलिटी के तमाम ब्रांडेड प्रतिष्ठा भी दस्तक दे चुके हैं। यहां पर पर्यटकों को रामगढ़ ताल में प्लॉट नाम से फ्लोटिंग रेस्टोरेंट यानी पानी पर तैरते इस तरह की सुविधा मिलेगी। लेक क्वीन क्रूज के बाद फ्लोटिंग रेस्टोरेंट सैलानियों के लिए बड़ी सौगात है।
मुख्यमंत्री गुरुवार को रामगढ़ ताल में स्थापित फ्लोटिंग रेस्टोरेंट के लोकार्पण एवं ग्रीन वुड अपार्टमेंट के आवंटियों को आवंटन प्रमाण पत्र वितरित करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हापुड़ में जूस में मूत्र मिलाए जाने की घटना की ओर इशारा करते हुए कहा कि विश्वास मानिए यहां फ्लोटिंग रेस्टोरेंट, क्रूज या अन्य किसी रेस्टोरेंट में हापुड़ वाला जूस एवं थूक लगी रोटियां तो नहीं मिलेंगी।यहां जो मिलेगा, शुद्ध मिलेगा।
उन्होंने कहा कि पहले गोरखपुर के नाम से लोगों के मन में भय होता था। सात वर्ष पहले भी यह विकास से कोसों दूर था। जहां आप बैठे हैं (रामगढ़ ताल क्षेत्र) वहां आने से पहले लोगों को सोचना पड़ता था। अकेले कोई नहीं आ सकता था। रामगढ़ ताल क्षेत्र गंदगी व अपराध का गढ़ बन गया था।सीएम ने कहा कि फर्टिलाइजर कारखाना बंद था, बीआरडी मेडिकल कालेज खुद बीमार था। लोग दिनभर जाम से जूझते थे। आज यहां की सड़कें फोर लेन व सिक्स लेन हो गई हैं। आज यहां का एयरपोर्ट सबसे व्यस्त एयरपोर्ट है। खाद कारखाना फिर चालू हो गया।मेडकिल कालेज की व्यवस्था बेहतर हुई है। एम्स भी सेवा दे रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रामगढ़ ताल 1700 एकड़ क्षेत्र में विकसित होकर पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है। पहले यहां क्रूज आया। अब फ्लोटिंग रेस्टोरेंट की सुविधा मिली है। रामगढ़ क्षेत्र में पर्यटक आकर्षित हो रहे हैं। जो सुविधा फाइव स्टार होटल में मिलती है, यहां मिलेगी। एक बार सारी सड़कें बन जाएं ग्रीन वुड के फ्लैटों की कीमत भी बढ़ेगी। यहां फाइव स्टार होटल की श्रृंखला आ रही है। कन्वेंशन सेंटर बनेगा। किसी के घर अतिथि आएगा तो यहां दिनभर घूमने का प्लान बना सकता है।उन्होंने कहा कि ग्रीन वुड को जुलाई 2027 तक पूरा होना है लेकिन जीडीए इसे 2027 में मकर संक्रांति तक आवंटियों को दे दिया जाए। निर्माण की गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए समय से छह माह पहले इसका काम पूरा करें।