जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्ता ने बताया कि प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और छठ पूजा को शांतिपूर्ण, सुरक्षित और व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए सभी विभागों का समन्वित प्रयास जारी है।
छठ पर्व को सकुशल एवं सुरक्षित रूप से संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन की तैयारियां जोरों पर हैं। जिलाधिकारी दीपक मीणा के निर्देशन में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने संपूर्ण व्यवस्था के लिए विस्तृत माइक्रो प्लान तैयार किया है, जिसके तहत राहत एवं बचाव एजेंसियों की तैनाती विभिन्न घाटों और ताल-पोखरों पर की गई है।
राजघाट, रामघाट, बाघागाढ़ा, हनुमानगढ़ी, तकियाघाट एवं डोमिनगढ़ क्षेत्र में एनडीआरएफ की 11वीं वाहिनी की दो टीमें मोटर बोट और डीप डाइवर्स सहित तैनात की गई हैं, जो आपात स्थिति में तत्काल राहत एवं बचाव कार्य करेंगी।
महेशरा पुल, भीम सरोवर गुरु गोरखनाथ मंदिर, मानसरोवर अंधियारी बाग, सूरजकुंड तथा सिरसिया भटहट ग्राम स्थित पवित्र कुंड पर एसडीआरएफ की दो टीमें आवश्यक उपकरणों के साथ तैनात हैं।
36वीं वाहिनी (फ्लड कंपनी), वाराणसी की दो प्लाटून भी जनपद गोरखपुर में लगाई गई हैं। इनमें से एक प्लाटून रामगढ़ ताल पर सुरक्षा की दृष्टि से तैनात है, जबकि दूसरी टीम सहजनवा क्षेत्र में पुलिस विभाग के सहयोग में कार्य करेगी।
नगरीय क्षेत्र के घाटों पर सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए नागरिक सुरक्षा वार्डन भी सक्रिय रहेंगे और स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय बनाकर कार्य करेंगे।
जनपद में प्रशिक्षित 200 आपदा मित्र/सखी स्वयंसेवक अपने-अपने क्षेत्रों के ताल, पोखरों और घाटों पर आवश्यक बचाव उपकरणों के साथ मौजूद रहेंगे। ये स्थानीय स्तर पर प्रथम प्रतिक्रिया दल के रूप में कार्य करेंगे।
तहसील प्रशासन द्वारा चिन्हित 240 नाविक एवं पुलिस विभाग द्वारा चिन्हित 143 गोताखोरों को सेफ्टी किट वितरित की गई है, जिसमें लाइफ जैकेट, लाइव बॉय रिंग, प्राथमिक उपचार किट आदि शामिल हैं। इनकी तैनाती संबंधित लेखपालों के माध्यम से सुनिश्चित की गई है।
ईओसी (इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर) सक्रिय:
आपदा नियंत्रण की निगरानी हेतु अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) के नेतृत्व में 24x7 इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (EOC) संचालित है। आकस्मिकता की स्थिति में नागरिक दूरभाष संख्या 0551-2201776 या 9454416252 पर संपर्क कर सकते हैं।
इसके अतिरिक्त, समस्त उपजिलाधिकारी अपने-अपने तहसील क्षेत्रों में लगातार घाटों का निरीक्षण कर रहे हैं और विद्युत आपूर्ति, बैरीकेडिंग, सफाई तथा सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रहे हैं।