कैंट थानाक्षेत्र के सिविल लाइन में वन विभाग की जर्जर दीवाल ढहने से एक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया। राहगीरों ने पुलिस के सहयोग से घायल को एंबुलेंस से मेडिकल कालेज भेजा जहां अधिक खून गिरने से उनकी मौत हो गई।
गोरखपुर में वन विभाग की लापरवाही से एक पुलिसकर्मी की जान चली गई, घटना तब हुई जब कैंट थानाक्षेत्र के सिविल लाइंस स्थित वन विभाग के कार्यालय की दीवाल सड़क से गुजर रहे एक सिपाही ढह गई, अचानक हुई इस घटना से सिपाही ईंटों के नीचे दब गये उस समय वह चंद कदम दूर पुलिस लाइन जा रहे थे। मौके पर मौजूद लोगों ने घायल सिपाही को मलबे से निकालकर बीआरडी मेडिकल कॉलेज भेजा, जहां पर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। बता दें कि सिपाही वर्तमान में गोरखपुर एडीएम प्रशासन के गनर के रूप में तैनात हैं। इस घटना के बाद वहां अफरातफरी मची रही। पुलिस ने सिपाही के परिजनों को सूचना देने के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा दिया है।
जानकारी के मुताबिक बस्ती के पिकौरा गांधीनगर निवासी विक्रम प्रसाद यादव(हेड कांस्टेबल)की ड्यूटी वर्तमान में गोरखपुर में चल रही थी। इस समय गोरखपुर एडीएम प्रशासन के गनर के रुप में ड्यूटी लगी थी। मंगलवार सुबह करीब दस बजे वह पैदल ही पुलिस लाइन जा रहे थे। वह वन विभाग की बाउंडरी के किनारे से गुजर रहे थे तभी वन विभाग की जर्जर दीवार अचानक उनके ऊपर गिर गई। जिसके नीचे आकर वह दब गए।
वन विभाग के गेट पर ही डयूटी में तैनात होमगार्ड और अन्य लोग वहां पहुंचे। उन लोगों ने जल्दी-जल्दी विक्रम के शरीर के ऊपर से ईंट हटाना शुरू किया। तब तक पुलिस लाइन से भी और लोग आ गए। सभी ने मिलकर गंभीर रूप से घायल विक्रम को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। जहां पर डॉक्टरों ने उनका इलाज शुरू किया। चोट व अधिक खून निकलने की वजह से थोड़ी ही देर में विक्रम ने दम तोड़ दिया। सड़क पर दीवार गिरने की वजह से आवागमन करीब आधे घंटे तक प्रभावित रहा। पुलिस ने नगर निगम के कर्मचारियों की मदद से सड़क से ईंट हटवाकर आवागमन चालू कराया। एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि हेड कॉन्स्टेबल के शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। परिवार के लोगों से बात की जा रही है।
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