गोरखपुर

लॉलीपॉप से जनता कि भलाई नहीं हो सकती, हमारे लिए परमवीर चक्र विजेता महान…विदेशी आक्रांता नहीं : सीएम योगी

गोरखपुर सैनिक स्कूल परिसर में देश के पहले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के नाम पर निर्मित प्रेक्षागृह तथा उनकी प्रतिमा का मुख्यमंत्री ने लोकार्पण किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने जनरल रावत को राष्ट्र का महान योद्धा बताया।

2 min read
Dec 09, 2025
फोटो सोर्स: पत्रिका, सीएम योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आज गोरखपुर में CDS स्वर्गीय विपिन रावत की चौथी पुण्यतिथि पर सैनिक स्कूल में उनकी प्रतिमा का लोकार्पण किए, साथ हो ऑडिटोरियम का भी लोकार्पण किए। इस दौरान सीएम ने कहा कि समाज में जब तक एकता नहीं होगी तब तक देश शक्तिशाली नहीं होगी, जितने भी जयचंद हैं जब सत्ता में आते हैं तब सिर्फ अपने परिवार का विकास करते हैं, विदेशों में संपति बनाते और लूट खसोट करते। ये लोग वही पाप करते हैं जो कभी जयचंद ने किया था। एक लॉलीपॉप से समाज और देश का कल्याण नहीं होने वाला है।

ये भी पढ़ें

जया किशोरी, निधि सारस्वत समेत ये हैं टॉप 5 महिला कथावाचक! जानें प्रसिद्ध कथावाचकों की फीस

विदेशी आक्रांता हमारे लिए महान नहीं हो सकता

सीएम योगी ने स्वर्गीय विपिन रावत की बातों को याद करते हुए कहे कि वो कहा करते थे कि अगर युद्धभूमि में बलिदान हो जाओगे तो स्वर्ग का उपभोग करोगे। जीतोगे तो धरती पर राज करोगे। यह बात एक सैनिक के साथ-साथ हर नागरिक पर लागू होती है। सच्चा भारतीय चाहता है कि देश आत्मनिर्भर, विकसित और सुरक्षित हो। अगर इस संकल्पना को पूरा करना होगा तो पंच प्रण का पालन करना होगा। भारत के अंदर परमवीर चक्र विजेता हमारे लिए महान हैं। विदेशी आक्रांता हमारे लिए महान नहीं हो सकता। जिन लोगों ने इतिहास में छेड़छाड़ करके विदेशी आक्रांताओं को महान बनाने का कुत्सित प्रयास किया था, वह गुलामी की मानसिकता है।

CDS जैसे पद पर रहते हुए भी उनकी विनम्रता झलकती थी

योगी ने कहा- सैनिक स्कूलों में बालिकाओं के लिए भी आरक्षण हो, इसे लखनऊ सैनिक स्कूल से मैंने 2018 में शुरू किया था। यहां हर सुविधा दी गई है। इस स्कूल में 310 छात्र-छात्राएं यहां कैडेट्स के रूप में यहां प्रशिक्षण ले रहे हैं। योगी ने कहा- हमने आज जनरल रावत की स्मृति को इस सैनिक स्कूल के साथ जोड़ा है। सैनिक स्कूल का यह दायित्व है कि हर वर्ष 8 दिसंबर को जनरल बिपिन रावत और उनके साथ जिन्होंने शहादत को प्राप्त किया। उन सबकी एक स्मृति दिवस को आयोजित कर हमारे कैडेट्स के मन में राष्ट्रभक्ति, जीवन के उच्च आदर्श, एक नई प्रेरणा के रूप में स्थापित करें। इतने बड़े पद पर रहने के बावजूद उनकी सहजता बनी थी।

ये भी पढ़ें

कथावाचक निधि सारस्वत की शादी: कौन हैं चिरागवीर उपाध्याय; कितनी की है पढ़ाई; 11 दिसंबर को क्या होगा?

Updated on:
09 Dec 2025 09:20 pm
Published on:
09 Dec 2025 04:17 pm
Also Read
View All

अगली खबर