
कथावाचक निधि सारस्वत की शादी: कौन हैं चिराग वीर उपाध्याय। फोटो सोर्स फेसबुक (Devi Nidhi Neha Saraswat ji)
Katha Vachak Nidhi Saraswat Ki Shadi Update: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के रहने वाले चिरागवीर उपाध्याय की शादी प्रसिद्ध कथावाचक निधि सारस्वत से होने वाली है। राजनीति उनके परिवार की विरासत रही है, और चिराग उपाध्याय भी उसी पृष्ठभूमि से आते हैं।
बहुजन समाज पार्टी (BSP) सरकार में पूर्व ऊर्जा मंत्री रहे स्वर्गीय रामवीर उपाध्याय के बेटे चिरागवीर उपाध्याय हैं। हालांकि बाद में पूरा परिवार भारतीय जनता पार्टी (BJP) से जुड़ गया। उनकी मां सीमा उपाध्याय वर्तमान में हाथरस जिला पंचायत अध्यक्ष हैं, जबकि उनके छोटे चाचा रामेश्वर उपाध्याय मुरसान ब्लॉक के ब्लॉक प्रमुख पद पर कार्यरत हैं।
उनकी मां सीमा उपाध्याय आगरा की फतेहपुर सीकरी सीट से सांसद रह चुकी हैं, जबकि उनके चाचा मुकुल उपाध्याय पूर्व MLC रहे हैं। ऐसे में चिरागवीर उपाध्याय को राजनीति जन्म से ही विरासत में मिली है। हाथरस जिले में उनका परिवार लंबे समय से सक्रिय राजनीति से जुड़ा है, जिसके कारण इलाके में उनकी मजबूत पकड़ और प्रभाव देखा जाता है।
चिरागवीर उपाध्याय की शिक्षा की बात करें तो उन्होंने नोएडा स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी की है। इसके साथ ही उन्होंने कानून की भी पढ़ाई की है। राजनीति में आने की प्रेरणा उन्हें अपने पिता स्वर्गीय रामवीर उपाध्याय से मिली। पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए वे अपनी मां सीमा उपाध्याय के साथ सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। हालांकि राजनीति में उनका सफर अभी ज्यादा लंबा नहीं है, लेकिन प्रसिद्ध कथा वाचक निधि सारस्वत से शादी तय होने के बाद चिरागवीर उपाध्याय को अचानक काफी सुर्खियां और पहचान मिली है।
निधि सारस्वत अलीगढ़ के सासनी गेट इलाके की निवासी हैं। वह जानी-मानी कथावाचक और भजन गायिका हैं। ‘मैं राधावल्लभ की’, ‘राधा रानी मेरी है’, ‘भजो रे मन गोविंदा’ जैसे कई लोकप्रिय भजन गाकर वह अपनी अलग पहचान बना चुकी हैं। कथावाचक निधि सारस्वत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कई सम्मान मिल चुके हैं। उन्हें यूके संसद द्वारा अंतरराष्ट्रीय भगवतगीता विद्वान पुरस्कार, लंदन के मेयर की ओर से सद्भाव पुरस्कार और भारत में राइजिंग डॉटर्स ऑफ इंडिया अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।
चिराग की मां और जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा उपाध्याय के निजी सचिव रानू पंडित की माने तो गाजियाबाद स्थित आवास पर हल्दी की रस्म आयोजित की जाएगी। जबकि 9 दिसंबर को गाजियाबाद के नायाब वेदांता फार्म्स में विवाह संपन्न होगा। शादी के बाद 11 दिसंबर को चिराग अपनी जीवनसंगिनी के साथ अपने पैतृक गांव बामौली पहुंचेंगे।
Published on:
09 Dec 2025 12:57 pm
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