
जया किशोरी, निधि सारस्वत समेत ये हैं टॉप 5 महिला कथावाचक! फोटो सोर्स फेसबुक (Jaya Kishori,Devi Nidhi Neha Saraswat ji)
Top 5 Female Katha Vachak: वृंदावन के प्रसिद्ध कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और पूर्व DSP की बेटी शिप्रा शर्मा ने 5 दिसंबर शुक्रवार को जयपुर में शादी रचाई। इस शाही विवाह में कुमार विश्वास, बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री सहित देश की कई जानी-मानी हस्तियां शामिल हुईं। कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय के बाद आज (9 दिसंबर, मंगलवार) को महिला कथावाचक निधि सारस्वत की शादी होने जा रही है।
शादी की भव्य रस्में सामने आने के बाद लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि कथावाचकों की कमाई कितनी होती है? साथ ही टॉप 5 प्रसिद्ध महिला कथावाचक कौन हैं? आपको बताते हैं दोनों सवालों के जवाब।
महिला कथावाचकों में जया किशोरी का नाम सबसे लोकप्रिय है। उनके भक्तों की संख्या देश-विदेश में लाखों में है। उनकी कथा में शामिल होने के लिए लोग बड़ी तादाद में पहुंचते हैं। जया किशोरी ना सिर्फ प्रसिद्ध कथावाचक हैं बल्कि एक बेहतरीन भजन गायिका भी हैं। उनकी श्रीमद्भागवत कथा श्रोताओं को भगवान कृष्ण के जीवन, उपदेश और भक्ति से गहराई से जोड़ती है।
पलक मिश्रा जिन्हें लोग प्यार से पलक किशोरी भी कहते हैं, उनका वास्तविक नाम शांभवी मिश्रा है। उन्होंने भागवत कथा की शुरुआत साल 2021 में की थी, उस समय उनकी उम्र मात्र 16 साल थी। अपने सौम्य स्वभाव और प्रभावशाली शैली के कारण उनकी कथावाचिका जया किशोरी से भी तुलना की जाती है। पलक मिश्रा के भक्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है और उनका लक्ष्य लोगों को आध्यात्मिकता और भक्ति के मार्ग पर प्रेरित करना है।
निधि सारस्वत अलीगढ़ के सासनी गेट इलाके की निवासी हैं। वह जानी-मानी कथावाचक और भजन गायिका हैं। ‘मैं राधावल्लभ की’, ‘राधा रानी मेरी है’, ‘भजो रे मन गोविंदा’ जैसे कई लोकप्रिय भजन गाकर वह अपनी अलग पहचान बना चुकी हैं। कथावाचक निधि सारस्वत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कई सम्मान मिल चुके हैं। उन्हें यूके संसद द्वारा अंतरराष्ट्रीय भगवतगीता विद्वान पुरस्कार, लंदन के मेयर की ओर से सद्भाव पुरस्कार और भारत में राइजिंग डॉटर्स ऑफ इंडिया अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।
देवी चित्रलेखा महिला कथावाचकों में बेहद लोकप्रिय नाम हैं। उन्होंने मात्र 4 साल की उम्र में गुरु गिरधारी बाबा की संस्था से जुड़कर कथा वाचन की शिक्षा लेना शुरू कर दिया था। केवल6 साल की उम्र में ही वे लोगों को कथा सुनाने लगी थीं। साल 2019 में उन्हें आध्यात्मिक और युवा उपदेशक के रूप में वर्ल्ड बुक रिकॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
देवी कृष्णप्रिया एक प्रसिद्ध कथावाचक और प्रेरक वक्ता हैं। बचपन से ही धर्म और आध्यात्मिक गतिविधियों में उनकी गहरी रुचि रही है। मात्र 13 साल की उम्र में ही उन्होंने धार्मिक प्रवचन देना शुरू कर दिया था। आज कृष्णप्रिया भारत के साथ-साथ लंदन, सिंगापुर, कनाडा जैसे कई देशों में भी धार्मिक कार्यक्रम कर चुकी हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो, भागवत कथा सेवा का शुल्क स्थानीय वक्ताओं के लिए आमतौर पर 11 हजार से 51 हजार रुपये तक रहता है। वहीं, प्रतिष्ठित और प्रसिद्ध कथावाचकों की फीस 51 हजार से लेकर 1 लाख 51 हजार रुपये प्रति आयोजन तक बताई जाती है। कथा किस शहर या राज्य में हो रही है, आयोजन समिति का बजट क्या है, कार्यक्रम का पैमाना कितना बड़ा ऐसे कई कारक हैं जो कथा वाचन की फीस तय करते हैं।
Published on:
09 Dec 2025 02:20 pm
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