गोरखपुर में मंगलवार की शाम को कैंट थानाक्षेत्र स्थित चटोरी गली में आग लगने की घटना से दो दुकानें जलकर राख हो गई। इस दौरान घंटों अफरा तफरी मच गई। सूचना पर पहुंचे फायर ब्रिगेड कर्मियों ने आग पर काबू पाया।
महानगर के कैंट थाना क्षेत्र स्थित गोरखपुर की प्रसिद्ध चटोरी गली मंगलवार शाम दहशत से भर उठी, जब अचानक शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। घनी आबादी वाले इस इलाके में आग ने देखते ही देखते भयानक रूप ले लिया और दो दुकानों को राख में बदल दिया। घटना से अफरा-तफरी मच गई, लोग चीखते-भागते रहे, और पूरा क्षेत्र धुएं की चपेट में आ गया।
घटना के दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि अचानक बिजली के तारों से चिंगारी उठी, जो पलभर में लपटों में बदल गई। आग फैलने के कारण आसपास का माहौल दहशत से भर गया और लोग अपने-अपने सामान को बचाने के लिए दौड़ पड़े।सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम तत्काल मौके पर पहुंची।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी (सीएफओ) संतोष कुमार रॉय ने बताया कि आग की सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियाँ मौके पर भेजी गईं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। उन्होंने बताया कि आग का कारण शॉर्ट सर्किट प्रतीत होता है, हालांकि असली वजह की पुष्टि जांच के बाद ही की जाएगी। इस हादसे में किसी तरह की जानमाल की हानि होने से बचाव हुआ, लेकिन आर्थिक नुकसान काफी अधिक बताया जा रहा है।
दुकानदारों ने नगर निगम के ठेकेदारों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि चटोरी गली में नगर निगम की ओर से बिल्डिंग मरम्मत का काम चल रहा था, जिसके दौरान ठेकेदारों ने सुरक्षा के उपायों का पालन नहीं किया। दुकानदारों का आरोप है कि दुकानों के खुलने के वक्त काम कराना एक गंभीर लापरवाही है, और अगर मरम्मत का काम दुकानों के बंद होने के बाद किया जाता, तो शायद यह हादसा टल सकता था। दुकानदारों ने कहा कि यह लापरवाही भविष्य में भी किसी बड़े हादसे को न्योता दे सकती है, इसलिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
फिलहाल आग लगने के कारणों की जांच जारी है, और नगर निगम अधिकारियों ने भी इस मामले की गंभीरता को देखते हुए ठेकेदार की भूमिका की जांच शुरू कर दी है। आग से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है, और दुकानदारों की शिकायतें भी दर्ज की गई हैं।