गोरखपुर की डेयरी रेलवे कॉलोनी में एक दंपती ने खुद को फांसी लगाकर जान दे दी। घटना की वजह घरेलू कलह बताई जा रही है। पति-पत्नी ने जब यह कदम उठाया तो उनके दो बच्चे बगल के कमरे में सो रहे थे।उन्हीं ने फोन कर अपने चाचा और पड़ोसियों को इसकी जानकारी दी। मौके पर पहुंचे पड़ोसियों ने पुलिस को बुलाया। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
महानगर में एक रेलवे कर्मचारी ने अपनी पत्नी संग सुसाइड कर लिया। दोनों की मंगलवार की सुबह घर में ही फंदे से लटकती हुई लाश मिली है। घटना की वजह पारिवारिक कलह बताई जा रही है। रेलकर्मी अपनी पत्नी और दो बच्चों संग शाहपुर इलाके के डेयरी कॉलोनी में रहते थे।रेलवे कर्मचारी की पहली पत्नी की मौत के बाद उन्होंने दूसरी शादी की थी। दूसरी पत्नी अपने सौतेले बेटे-बेटी से पति का प्यार देख जलती थी। बच्चों के लिए पति का कुछ करना पत्नी को बिल्कुल भी पसंद नहीं था। इसी बात को लेकर परिवार में अक्सर विवाद होता था।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। कमरे से पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें मृतक रेलवे कर्मचारी ने अपने ससुराल वालों और शादी कराने वाले मीडिएटर दिनेश नाम के व्यक्ति को खुदकुशी के लिए जिम्मेदार ठहराया है। आरोप है कि ससुराल वाले और मीडिएटर उसे प्रताड़ित करते थे। पुलिस सुसाइड के कारणों का पता लगाने में जुटी है। इस घटना की सूचना मिलते ही उनके रिश्तेदार आवास पर पहुंच गए हैं।
मूल रूप से देवरिया जिले के रहने वाले रामकृपाल कुशवाहा (48) यहां परिवार संग शाहपुर इलाके के रेलवे डेयरी कॉलोनी स्थित क्वार्टर संख्या 260-A में रहते थे। रामकृपाल रेलवे के यांत्रिक कारखाना में फिनिशिंग हेल्पर के पद पर कार्यरत थे।
पहली पत्नी की मौत के बाद की थी दूसरी शादी
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि रामकृपाल की पहली पत्नी ममता कुशवाहा की दो साल पहले साल 2022 में कैंसर से मौत हो गई। इसके बाद साल 2023 में उन्होंने रोशनी (38) नाम की महिला संग दूसरी शादी की थी। फिलहाल वे पत्नी रोशनी और अपने दो बच्चों के साथ रहते थे। बताया जाता है कि पहली पत्नी के बेटे और बेटी के प्यार-दुलार को देखकर रोशनी नाखुश रहती थी।
रामकृपाल जब भी दफ्तर से काम कर घर लौटते थे तो वे अपने दोनों बच्चों के साथ थोड़ा वक्त गुजारते थे। बच्चों को वे इतना दुलार-प्यार करते थे कि यह देख दूसरी पत्नी रोशनी को जलन होती थी। इस बात को लेकर अक्सर घर में विवाद भी होता था। इसकी एक वजह यह भी सामने आई है कि शादी के दो साल बीत जाने के बाद भी ममता को संतान नहीं हो रहे थे। हालांकि, इसके लिए रामकृपाल रोशनी का डॉक्टर से इलाज भी करा रहे थे।
बच्चों के इसी प्यार-दुलार की वजह से आए दिन दोनों के बीच खुन्नस बनी रहती थी। सोमवार की शाम रामकृपाल काम घर दफ्तर से घर लौटे। उन्होंने रोज की तरह अपने दोनों बच्चों के साथ कुछ वक्त गुजारा। तभी रोशनी उनसे विवाद करने लगी। काफी देर बीत जाने के बाद रामकृपाल अपने दोनों बच्चों को अलग कमरे में बैठाकर खाना खिलाए। फिर वे अपने कमरे में चले गए।
बच्चों ने पुलिस को बताया कि काफी देर तक मम्मी-पापा के कमरे से लड़ाई होने की आवाज आती रही। फिर अचानक से सबकुछ शांत हो गया। पहले तो लगा कि दोनों लगता है सो गए। लेकिन, कुछ देर बीत जाने के बाद जब देर रात बच्चे कमरे में गए तो देखा कि दोनों ने फांसी लगाकर जान दे दी। बेटे ने मां-पिता का शव देख अपने बड़े पिता को फोन कर इसकी जानकारी दी। इधर, सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया था।