बाढ़ जैसी आपदा से निपटने के लिए राप्ती नदी के रामघाट पर बाढ़ मॉक एक्सरसाइजस एडीएम वित्त विनीत कुमार सिंह के नेतृत्व में आपदा अधिकारी गौतम गुप्ता के देखरेख में SP साउथ जितेंद्र कुमार पुलिस बल के साथ सिविल डिफेंस वर्कर, एसडीएम सदर रोहित कुमार मौर्या, तहसीलदार सदर ज्ञान प्रताप सिंह, नायब तहसीलदार जाकिर हुसैन, नायब तहसीलदार देवेंद्र यादव, नायब तहसीलदार प्रद्युमन सिंह, राजघाट राप्ती नदी तट मौजूद रह कर मोटर के माध्यम से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने, नाव दुर्घटना, प्राथमिक उपचार आदि गतिविधियां संचालित किया गया।
गोरखपुर में गुरुवार को बाढ़ से निपटने के लिए अग्रिम तैयारियों को देखते हुए आज मॉक ड्रिल किया गया। यहां राप्ती नदी के गुरु गोरक्षनाथ घाट पर मॉक ड्रिल आयोजित की गई। NDRF की टीम ने एक नाव को नियंत्रित तरीके से पलटाकर पानी में फंसे लोगों का रेस्क्यू किया।
इस अभ्यास में सभी विभाग जैसे कि NDRF, SDRF, फायर विभाग, हेल्थ विभाग, पुलिस, PAC और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की टीमें शामिल हुईं। टीमों ने नाव पलटने की स्थिति में बचाव, बाढ़ में घिरे गांव से लोगों को निकालने और उन्हें सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का अभ्यास किया।
ADM वित्त विनीत कुमार सिंह ने बताया कि राहत आयुक्त कार्यालय के निर्देश पर उत्तर प्रदेश की 118 संवेदनशील तहसीलों में यह अभ्यास चल रहा है। गोरखपुर की सभी सात तहसीलें इसमें शामिल हैं। इस ड्रिल का मुख्य उद्देश्य विभागों के बीच समन्वय और आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की तैयारी को परखना है।
गोरखपुर में हर साल यहां बहने वाली राप्ती, आमी , रोहिन और घाघरा नदियों में बाढ़ आती है। इस दौरान कई गांव जलमग्न हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में नाव और हेलिकॉप्टर से राहत कार्य करने पड़ते हैं।मॉक ड्रिल के दौरान स्थानीय लोगों ने भी बचाव कार्यों को देखा। उनका कहना था कि इस तरह की तैयारी से प्रशासन पर विश्वास बढ़ता है। अधिकारियों ने मौके पर उपस्थित लोगों को बाढ़ के समय बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी भी दी। अधिकारियों ने बताया कि ऐसी तैयारियां समय समय पर चलती रहेंगी।