राजनीतिक जानकारों का मानना है कि पंकज चौधरी का यह उभार अचानक नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सूक्ष्म राजनीतिक समझ और दीर्घकालिक योजना का परिणाम है।
गोरखपुर निवासी महराजगंज जनपद के सात बार के सांसद पंकज चौधरी प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष बने हैं। शायद यह पटकथा दो साल पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिख दी थी, मौका था पीएम मोदी के 7 जुलाई 2023 का गोरखपुर दौरा।
पीएम मोदी इस दिन गोरखपुर में गीताप्रेस के कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। समाप्ति पर अचानक पीएम का प्रोटोकॉल पास ही स्थित केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी के निवास पर जाने के लिए लगा, पीएम के अचानक इस कार्यक्रम से राजनीतिक धुरंधरों का भी माथा ठनका।
पीएम लगभग दो सौ मीटर पैदल चलकर पंकज चौधरी के घर शिष्टाचार भेंट करने पहुंचे। उस समय इसका निहितार्थ निकालने की कोशिश तो हुई लेकिन नतीजा सिफर रहा। उस दौरान तो किसी ने पीएम मोदी के इस मास्टरस्ट्रोक को समझने की कोशिश नहीं की, लेकिन दो साल बाद वही दो सौ मीटर यूपी भाजपा के लिए नया इतिहास लिख दिया।
इसके बाद पंकज चौधरी का राजनीतिक कद जिस तरह बढ़ा, उसने यह साबित कर दिया कि यह केवल व्यक्तिगत सम्मान नहीं, बल्कि भविष्य की भूमिका का सार्वजनिक संकेत था। जिसने उत्तर प्रदेश में भाजपा के अंदर नए समीकरणों की नींव रखी।
पंकज चौधरी का राजनीतिक सफर गोरखपुर नगर निगम से शुरू हुआ। वह पहले पार्षद और बाद में उप-महापौर चुने गए। स्थानीय राजनीति में अनुभव हासिल करने के बाद, उन्होंने राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश किया। इसी दौरान पंकज चौधरी ने 11 जून, 1990 को भाग्यश्री चौधरी से शादी की, 1991 में, वह महराजगंज संसदीय सीट से बीजेपी उम्मीदवार के रूप में 10वीं लोकसभा के सदस्य बने। बाद में, वह 1996 और 1998 में भी लोकसभा के लिए चुने गए। हालांकि, 1999 में उन्हें समाजवादी पार्टी से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन 2004 में उन्होंने फिर से जीत हासिल की। 2014 से वह लगातार लोकसभा सदस्य हैं।