ग्रेटर नोएडा

Semicon India 2024: सेमीकॉन इंडिया 2024: दुनियाभर से आए सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के लीडर्स ने पीएम मोदी के विजन की तारीफ की, कहा- यही समय है…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ग्रेटर नोएडा में इंडिया एक्सपो मार्ट में SEMICON India 2024 का उद्घाटन किया।

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Semicon India 2024: भारत अब दुनिया में केवल ग्लोबल लीडर ही नहीं, बल्कि मार्केट की सबसे प्रमुख जरूरत यानी सप्लाई चेन की दिशा में भी दिग्गज बनने की ओर तेजी से बढ़ चला है। आज पूरी दुनिया भारत को न केवल सेमीकंडक्टर विनिर्माण के क्षेत्र में अग्रणी बनते देखना चाहती है बल्कि वैश्विक सप्लाई चेन में उसकी प्रमुख भूमिका को लेकर न केवल आश्वस्त है बल्कि इसके लिए सभी तरह के समन्वय के लिए भी प्रतिबद्ध है। बुधवार को ग्रेटर नोएडा के एक्सपो मार्ट में आयोजित सेमीकॉन इंडिया 2024 में शिरकत करते हुए सेमीकंडक्टर सेक्टर के ग्लोबल लीडर्स ने इन्हीं विषयों पर सबसे ज्यादा फोकस किया।

साथ ही, पूरी दुनिया को ग्रोथ के लिए 'मोदी लॉ' पर फोकस करने की नसीहत दी। पीएम मोदी की नीतियों को मोदी लॉ कहा जा रहा हैं, जो किसी भी इंडस्ट्री के सर्वांगीण विकास के लिए महत्वपूर्ण है। सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में एक्सपोनेंशियल ग्रोथ के अवसर हैं और पीएम मोदी का विजन इस पर ही सबसे ज्यादा फोकस करता है। इसी बात को ग्लोबल लीडर्स ने सबसे ज्यादा सराहा और प्राथमिकता दी।

मोदी लॉ पूरी दुनिया का मार्ग कर रही प्रशस्त


सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में ग्लोबल कोलैबोरेशन की दिशा में काम करने ग्लोबल एसोसिएशन सेमी के प्रेसीडेंट और सीईओ अजीत मनोचा ने कहा कि यह अकल्पनीय होने के साथ अद्भुत है। सेमीकॉन कई देशों में आयोजित हो चुके हैं मगर भारत में यह पहला संस्करण है और अन्य देशों की तुलना में यह चार से पांच गुना ज्यादा बड़ा आयोजन है। यह भारत की अनप्रेसिडेंटेड कैपेबिलिटीज को दर्शाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सभी सीईओ और बिजनेस लीडर्स इस बात पर सहमत हैं कि भारत में सेमीकंडक्टर निर्माण और सप्लाई चेन को बढ़ावा मिलना चाहिए। यह भारत की लीडरशिप और विजन के कारण हो सका जिसने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। हमें मोदी लॉ की बात करनी होगी।

मोदी लॉ एक्सपोनेंशियल ग्रोथ पर फोकस करता है। हमें इस विजन को सच बनाना होगा, क्योंकि यह न केवल भारत, न केवल विश्व बल्कि पूरी मानवता की उन्नति का मार्ग है। सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में होने वाली उपलब्धि पूरे इंडस्ट्री सेक्टर में उपलब्धियों के द्वार खोलने का आधार बनती हैं।

20 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम की तरह मिलकर करना होगा काम

टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के सीईओ डॉ. रणधीर ठाकुर ने कहा कि पीएम मोदी ने देश के पहले कॉमर्शियल फैब का धोलेरा गुजरात और देश की पहली इंडीजीनियस ओसीइएट इंडस्ट्री का जागीरोड़ असम में फाउंडेशन स्टोन रखा। यह दोनों प्रोजेक्ट भारत सरकार से रिकॉर्ड समय के अंदर स्वीकृत हुए जिसने एक बेंचमार्क स्थापित किया है। यह भारत के सेमीकंडक्टर मिशन के अंतर्गत संभव हुआ। चिप कंडक्टर के निर्माण से हजारों सोफेस्टिकेटेड सेमीकंडक्टर पार्टनर्स की जरूरत होती है जो टीम की तरह काम करती है। कुल 11 मह्त्वपूर्ण घटकों के जरिए चिप निर्माण पूरा होता है जिसमें डिजाइन, सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर्स और लॉजिस्टिक्स महत्वपूर्ण हैं।

उन्होंने कहा कि आज भारत सरकार की पहल से ये सभी जरूरी 11 इकोसिस्टम के प्रतिनिधि कार्यक्रम में सम्मिलित हैं जो एक बड़ी उपलब्धि है। हम सभी पार्टनर्स के साथ कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें साथ मिलकर टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम की तरह मिलकर कार्य करना होगा। यह पीएम मोदी के ग्लोबल रीच, विजन व सेमीकंडक्टर मिशन के कारण ही संभव हो पाया है। टाटा ही देश में स्टील इंडस्ट्री लेकर आई थी और अब हम देश में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम विकसित करने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। इस प्रक्रिया से हम पचास हजार रोजगार उपलब्ध कराने में सक्षम हो सकेंगे। प्रत्येक सेमीकंडक्टर रिलेटेड जॉब अपने साथ 10 अन्य रोजगार के अवसरों का माध्यम भी बनेगा। यही समय है सही समय है, भारत का अनमोल समय है।

भारत में चिप में कभी मंदी नहीं होगी: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बुधवार को कहा गया कि सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग में निवेश के लिए यह भारत में सबसे अच्छा समय है, क्योंकि भारत में वैश्विक कंपनियों का मजबूत इकोसिस्टम मौजूद है। साथ ही बड़ी संख्या में स्किल्ड लोग भी हैं।

दिल्ली के पास ग्रेटर नोएडा में 'सेमीकॉन इंडिया 2024' इवेंट में इंडस्ट्री के बड़े पक्षकारों की मौजूदगी में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में चिप में कभी मंदी नहीं होगी, आप हमारी ग्रोथ स्टोरी पर दांव लगा सकते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "भारत में आकर निवेश कर वैल्यू क्रिएट करें। हम आपको ग्रोथ के लिए एक इकोसिस्टम उपलब्ध कराएंगे। भारत के पास सेमीकंडक्टर डिजाइन में दुनिया के ग्लोबल टैलेंट का 20 प्रतिशत हिस्सा है। हम 85,000 की मजबूत सेमीकंडक्टर वर्कफोर्स बना रहे हैं। इसमें तकनीकी विशेषज्ञ, आरएंडडी एक्सपर्ट्स और डिजाइनर शामिल हैं।"

Updated on:
11 Sept 2024 04:50 pm
Published on:
11 Sept 2024 04:45 pm
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