MP News: अडाणी ग्रुप की सीमेंट फैक्टरी के लिए जमीन आवंटन से प्रजापति समाज में बवाल मचा। ईंट-भट्टों को मिले बेदखली नोटिस से हजारों परिवारों की रोज़ी-रोटी संकट में।
Adani Cement Plant: कुछ समय पहले मानव के करैया क्षेत्र में अडाणी ग्रुप को सीमेन्ट फैक्टरी लगाए जाने के लिए जमीन आवंटित की गई है। इसकी जानकारी मिलते ही प्रजापति समाज में नाराजगी छा गई है इसकी साफ वजह ये है कि वहां से प्रजापति समाज के ईंट-भट्टे के रोजगार को प्रभावित करने की पूरी तैयारी प्रशासन ने कर ली है। यह उद्योग चलाने वालों को प्रशासन ने बेदखली के नोटिस दिए हैं, इन नोटिस मिलने के बाद ईट भट्टे का कारोबार चलने वालों में हड़कप मचा हुआ है। (mp news)
गुना जिला मुख्यालय से लगे मावन के करैया क्षेत्र में दशकों से ईंट भट्टा लगाकर अपनी रोजी-रोटी चलाने वाले कुम्हार-प्रजापति समाज (Kumhar-Prajapati community) के परिवार इन दिनों गहरी चिंता और असुरक्षा में हैं। समाज के मनोज प्रजापति बताते हुए भावुक हो उठे कि शासन ने उन्हें पहले इसी क्षेत्र में ईंट निर्माण के लिए करीब दो हेक्टेयर जमीन दी थी।
आधा सैकड़ा परिवार दिन-रात मेहनत कर ईंट बनाते हैं और लगभग तीन हजार मजदूरों का पेट इसी काम से भरता है। लेकिन अब अचानक उन्हें अतिक्रमणकारी बताया जा रहा है। अगर हमें यहां से बिना दूसरी जमीन दिए हटा दिया गया, तो सैकड़ों परिवार सड़क पर आ जाएंगे।
भट्टा संचालकों का कहना है कि पिछले पाँच-छह महीनों में कई बार नोटिस मिले, पर हर बार प्रशासन ने आश्वासन दिया कि यदि जमीन खाली कराई गई तो उसके बदले दूसरी जगह - करीब 40 बीघा दी जाएगी। लेकिन आज तक उन्हें कागज पर एक इंच जमीन भी नहीं दी गई। परिवारों का कहना है कि वे प्रशासन का विरोध नहीं कर रहे, बस इतना चाहते हैं कि उन्हें बिना वैकल्पिक जगह दिए उजाड़ा न जाए।
तहसीलदार द्वारा जारी नोटिस में स्पष्ट लिखा है कि सर्वे नंबर 679/1/6/1 की करीब 5 हेक्टेयर भूमि अडाणी सीमेंट प्लांट के लिए आवंटित है और ईंट भट्टा लगाना भू-राजस्व संहिता की धारा 245 के तहत दंडनीय है। परिवारों को 18 नवंबर तक जवाब दाखिल करने के लिए कहा गया है, अन्यथा बेदखली की कार्रवाई होगी।
ईंट भट्टा संचालकों और मजदूरों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि जब तक दूसरी जगह आवंटित न हो, बेदखली न की जाए, क्योंकि यह मुद्दा सिर्फ जमीन का नहीं, बल्कि हजारों लोगों के जीवन, परिवारों की सुरक्षा और आने वाली पीढ़ियों के भविष्य का है। वे कहते हैं - अडाणी की फैक्ट्री बने, हमें कोई आपत्ति नहीं लेकिन हमारी दुनिया उजाडकर नहीं। (mp news)