MP News: शिक्षा विभाग की वीडियो कांफ्रेंसिंग में गुना के सीएसी मनमोहन लोधा ने वरिष्ठ अधिकारियों पर गालियों की बौछार कर दी। लाइव मीटिंग में अपशब्दों से महिला अफसर भी दंग रह गईं।
CAC abuses in video conference: अनुशासन और शिक्षित कहे जाने वाला शिक्षा विभाग की वीडियो कांफ्रेंसिंग (वीसी) में यदि अपशब्द (गालियों, गंदे-गंदे शब्द) गूंजे हो तो आप इसको क्या कहेंगे। यह बात अलग है कि ऐसे ही शिक्षा विभाग की वीसी में जिसमें बीस से पच्चीस महिलाएं जुड़ी थीं, उसमें गुना के रामपुर कॉलोनी के एक सीएसी वे भी जुड़े थे।
उक्त सीएसी आए दिन होने वाली मीटिंगों से इतने नाराज थे कि उन्होंने उक्त वीसी में अपशब्दों की बौछार कर दी। यह सुनकर कुछ देर के लिए शिक्षा विभाग के अफसर और दूसरे विभागों के अफसर भौचक्के रह गए। यह मामला गरमाने पर शिक्षा विभाग के प्रभारी डीईओ राजेश गोयल ने उक्त सीएसी को कारण बताओ नोटिस देकर तीन दिन में जवाब देने को कहा है। (MP News)
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शिक्षा में सुधार, आगामी समय में होने वाली परीक्षाओं आदि को लेकर एक समीक्षा बैठक शिक्षा विभाग (Education Department) की ओर से वीडियो कान्फरेंसिंग के ज रिए 24 अक्टूबर को की गई थी। इसमें जिला शिक्षा अधिकारी, समस्त बीईओ, सीएसी और बीएसी समेत संबंधित शिक्षक-शिक्षिकाएं आदि 120 लोकसेवक जुड़े थे। वीसी में बमौरी ब्लॉक के रामपुर कॉलोनी के जन शिक्षा केन्द्र के प्रभारी मनमोहन लोधा भी जुड़े थे।
उनका भी इस वीसी में मोबाइल का स्पीकर ऑन लाइन था। इस वीसी के बीच अचानक वे इतने नाराज हो गए कि उन्हें यह भी सुध नहीं रही कि उनके मोबाइल का स्पीकर ऑन लाइन है। अपने वरिष्ठ अधिकारियों को लेकर उन्होंने काफी अपशब्द कहे (अश्लील गालियां) दीं। जिसको वरिष्ठ अफसरों के अलावा वीसी में जुड़ी महिला लोकसेवकों के कानों में भी गूंजते रहे।
अमर्यादित भाषा का उपयोग किए जाने के मामले को शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अफसरों ने गंभीरता से लिया और डीईओ ने चर्चा करने के बाद मनमोहन लोधा प्रभारी जन शिक्षक जन शिक्षा केन्द्र रामपुर कॉलोनी गुना को कारण बताओ नोटिस दिया जिसमें कहा कि समीक्षा के दौरान आप वीसी में ऑन लाइन होकर अपने मोबाइल के स्पीकर ऑन कर अमर्यादित भाषा का उपयोग लगातार करते रहे। उक्त वीसी में लगभग 120 अधिकारी/कर्मचारी भी जुड़े थे, जिसमें महिला लोकसेवक भी शामिल थीं। आपकी अमर्यादित भाषा के उपयोग किए जाने से सभी अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा गहरी नाराजगी व्यक्त की गई।