MP News: 460 ट्रैक्टरों और 3000 किसानों के साथ गुना में हुई जोरदार रैली। ममता मीना और कांग्रेस विधायक एक मंच पर, घाटाखेड़ी डैम का विरोध कर सीएम से समाधान की मांग।
Farmers Tractor Rally: राजस्थान-मप्र के बीच बन रही पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना (Parvati-Kalisindh-Chambal project) के तहत गुना के चांचौड़ा में घाटाखेड़ी समेत दो जगह बनाए जा रहे बांधों का विरोध दिनों-दिन तेज होता जा रहा है। चांचौड़ा से भाजपा की विधायक प्रियंका मीना कुंभराज वृहद सिंचाई परियोजना पार्वती-कालीसिंध चंबल के तहत बन रहे बांध को लेकर हो रही किसानों की समस्या के संबंध में सीएम मोहन यादव (CM Mohan Yadav) से मिलीं, सीएम ने प्रभावित किसानों की मांग का ठोस समाधान का आश्वासन दिया। वहीं पूर्व विधायक ममता मीना डैम बनाने का विरोध कर रही है।
उनके नेतृत्व में मंगलवार को किसानों ने गुना आकर कलेक्टोरेट पर प्रदर्शन किया गया। ट्रैक्टर रैली बीनागंज से शुरू होकर गुना शहर के गोपालपुरा तक आई। उस आंदोलन में किसानों की बड़ी भीड़ को देखकर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष व विधायक जयवर्धन सिंह, बमौरी विधायक ऋषि अग्रवाल के अलावा वामपंथी दल, भाजपा और किसान संघ के नेताओं ने भी समर्थन देने की घोषणा की। (mp news)
इस विरोध प्रदर्शन की खास बात यह रही कि यह आयोजन भाजपा की पूर्व विधायक एवं वर्तमान में आम आदमी पार्टी से जुड़ी ममता मीना की अगुवाई में हुआ, लेकिन इसमें कांग्रेस के दो विधायक जयवर्धन सिंह और ऋषि अग्रवाल भी शामिल हुए। मंगलवार को हुए इस आंदोलन में शामिल होने चांचौड़ा विधानसभा के आधा सैकड़ा से अधिक गांवों से 460 ट्रैक्टर और ट्रॉलियों में भरकर तीन हजार से अधिक लोग बीनागंज से रैली के रूप में ट्रैक्टर ट्रॉली और किसान गोपालपुरा स्थित दशहरा मैदान आए।
जहां सभा को पूर्व विधायक व आम आदमी पार्टी की नेता ममता मीना, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष व विधायक जयवर्धन सिंह आदि ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हम यह लड़ाई गुना नहीं मांग पूरी न होने पर भोपाल-दिल्ली तक लड़ेंगे, किसान अपनी जान दे देगा लेकिन बड़ा बांध घाटाखेड़ी पर नहीं बनने देगा। उन्होने इस सभा में भाजपा की सरकार को भी जमकर कोसा। (mp news)
गोपालपुरा स्थित दशहरा मैदान में हुई सभा में वक्ताओं ने यहां तक कह दिया कि हमें चाहें प्रशासन जेल भिजवा दे, या ईंट से दीवार में चुनवा दें, मगर हम किसानों के हित में वहां बांध नहीं बनने देंगे। यहां हमारी सुनवाई नहीं हुई तो हम भोपाल में जंगी प्रदर्शन कर सीएम से मिलने जाएंगे।
पूर्व विधायक ममता मीना ने अपने संबोधन में यहां तक कह दिया कि इस किसानों के आंदोलन को गुना-राजगढ़ के सांसदों के अलावा सभी विधायकों को समर्थन कर बड़े बांध की जगह-जगह छोटे डेम बनवाने की बात कहें, जिससे किसानों की जमीन बांध में न जाए और उनकी उपजाऊ जमीन बर्बाद न हो। उनकी उपजाऊ जमीन डुबाई जा रही है, ताकि राजस्थान की बंजर जमीन को उपजाऊ बनाया जा सके, इसे वे कतई सहन नहीं करेंगे। (mp news)
यहां सभा के दौरान वक्ताओं ने कहा कि कलेक्टर को हम यही ज्ञापन देंगे। इस बात पर अड़े जाने पर एसडीएम शिवानी पांडे, एएसपी मानसिंह ठाकुर, तहसीलदार गौरीशंकर बैरवा, सीएसपी प्रियंका मिश्रा ने मोर्चा संभाला और उनको अलग-अलग तरह से समझाने का प्रयास किया।
काफी देर बाद आंदोलनकारी माने और कलेक्टोरेट आकर पहले प्रदर्शन किया, बाद में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन कलेक्टर किशोर कन्याल को सौंपा। ज्ञापन देने के लिए आंदोलनकारी ट्रेक्टरों में सवार होकर दशहरा मैदान तक आए थे। यह बात अलग है कि घाटाखेड़ी पर बनने वाले बड़े डेम को लेकर विधायक प्रियंका मीना और पूर्व विधायक ममता मीना आमने-सामने आ गई है। यह दोनों एक-दूसरे पर षड्यंत्र कर किसानों को भ्रमित करने का आरोप लगा रही है। (mp news)
इस आंदोलन में शामिल कुछ लोगों ने तीन-चार पुलिस कर्मियों के साथ धक्कामुक्की कर कलेक्टोरेट में घुसने का प्रयास किया, लेकिन सीएसपी प्रियंका मिश्रा के नेतृत्व में टीआई अनूप भार्गव समेत अन्य थाना प्रभारियों ने मय पुलिस फोर्स के उनको बेरीकेट्स के बाहर ही रहने की हिदायत दी।
बड़ी संख्या में आए किसानों का नेतृत्व कर रहे रिटायर्ड एसपी व जिला पंचायत सदस्य रघुवीर सिंह मीना, कांग्रेस नेता डॉ. संजय मीना आदि ट्रेक्टर-ट्रॉलियों को व्यवस्थित और एक लाइन में चलने का आग्रह करते देखे गए। लेकिन दो खंभा से दशहरा मैदान तक आने और वापस जाने के समय जाम की स्थिति बनती रही, जिसको बनाए रखने का काम पुलिस के जवान करते रहे। इस आंदोलन के दौरान एक मंच पर जब विरोधी नेता के रूप में ममता मीना और जयवर्धन एक साथ दिखे और एक-दूसरे को सम्मान देने में भी पीछे नहीं रहे। (mp news)