MP News: एमपी में धार्मिक कार्यक्रम के दौरान आचार्य विद्यासागर और समयसागर महाराज पर अभद्र टिप्पणी ने जैन समाज को भड़काया। आक्रोशित समाजजनों ने निंदा प्रस्ताव पारित कर सख्त कार्रवाई की मांग की।
MP News: गुना के पड़ोसी जिले अशोकनगर के एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान आचार्यश्री विद्यासागर महाराज (Acharya Vidyasagar Maharaj) और नवाचार्य समयसागर महाराज (Samayasagar Maharaj) पर की गई अभद्र टिप्पणी ने जैन समाज को आक्रोशित कर दिया है। मंगलवार को सकल दिगंबर जैन समाज गुना ने विरोध जताते हुए निंदा प्रस्ताव पारित किया और शाम को आक्रोशित युवाओं ने चौधरी मोहल्ला में आरोपी संतोष जैन पटना का पुतला फूंककर अपना गुस्सा जाहिर किया। इससे पहले समाजजनों ने उसके पोस्टर पर कालिख पोती और नारेबाजी की। जैन समाज ने इस कृत्य को धार्मिक भावनाओं पर गहरी चोट बताते हुए प्रशासन से कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
जैन समाज के अध्यक्ष संजय जैन कामिनी और महामंत्री अनिल जैन ने कहा कि इस सदी के महानतम आचार्यश्री राष्ट्रहित चिंतक विद्यासागर एवं नवाचार्य समयसागर महाराज के खिलाफ इस प्रकार अपमान समाज की आस्था पर सीधा प्रहार है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह केवल जैन समाज का ही नहीं, बल्कि पूरे सनातन समाज का मामला है, क्योंकि संत परंपरा हमारी संस्कृति की रीढ़ है।
मंगलवार शाम को बड़ी संख्या में जैन समाजजन चौधरी मोहल्ला में एकत्र हुए और आक्रोशित होकर नारेबाजी कर संतोष पटना के पोस्टर पर कालिख पोती। इस दौरान समाजजनों ने अभद्र टिप्पणी करने वाले संतोष पटना, प्रमोद वारदाना, प्रशांत सानौधा सहित 10-12 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की। आक्रोशित समाजजन काले कपड़ों में चौधरी मोहल्ला स्थित संत शाला पर एकत्र हुए और संतोष जैन पटना का पुतला दहन किया। जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं और समाजजनों ने भाग लिया।
जैन समाज के लोगों का कहना है कि 16 अगस्त को अशोकनगर में गंज मंदिर के पास आयोजित जिज्ञासा समाधान कार्यक्रम के दौरान मंच से आचार्य विद्यासागर महाराज और आचार्य समयसागर महाराज के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां की गई। समाज का कहना है कि मंच पर बैठे कुछ लोग इस कृत्य का समर्थन कर रहे थे, जिससे उनकी धार्मिक भावनाओं को गहरी ठेस पहुंची है।
सुबह महावीर भवन में हुई बैठक में सकल दिगंबर जैन समाज ने सर्वसम्मति से निंदा प्रस्ताव पारित कर इस घटना की कड़ी भर्त्सना की। कहा गया कि आचार्य विद्यासागर महाराज और आचार्य समयसागर महाराज जैसे संत न केवल जैन समाज बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उनके खिलाफ अपमानजनक शब्द कहना राष्ट्र की आत्मा का अपमान है। जैन समाज ने चेतावनी दी कि यदि दोषियों पर कठोर कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और व्यापक होगा। (MP News)