गुना

10 साल बाद शादी के लिए नहीं मिलेंगी लड़कियां, आबादी के चौंकाने वाले आंकड़े, हिंदू 17% तो मुस्लिम 19% की दर से बढ़े

World Population Day: एमपी के गुना जिले की 2025 की अनुमानित जनसंख्या रिपोर्ट चौंकाती है। मुस्लिम आबादी की वृद्धि दर हिंदुओं से अधिक रही, वहीं लिंगानुपात व साक्षरता दर में गिरावट चिंता बढ़ा रही है। (gender ratio)

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Jul 11, 2025
World Population Day hindus muslims growth gender ratio drop in guna (photo source- Freepik)

World Population Day: विश्व जनसंख्या दिवस आज शुक्रवार को मनाया जा रहा है। इस मौके पर जनसंख्या के जो आंकड़े सामने आए हैं वे चिंतित करने वाले हैं। जहां धर्म के अनुसार जनगणना की बात करें तो सबसे पहले नंबर पर हिन्दू और दूसरे नंबर पर मुसलमान हैं, सबसे कम जैन और सिख धर्म के लोग हैं। जहां एक ओर जातिगत जनगणना की बात देश भर में चल रही हैं वहीं लिंगानुपात की बात की जाए तो इसमें संतोषजनक सुधार नहीं हुआ है। गुना में केवल 2 अंक की बढ़ोत्तरी हुई है। (gender ratio)

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गुना से आए चौकाने वाले आंकड़े

गुना जिले के आंकड़ों पर नजर डालें तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। अधिकारियों के अनुसार बच्चे के पैदा होने से छह वर्ष तक के बच्चों की गणना में यह अंतर दिखा कि गुना जिले में बच्चों की अनुमानित जनसंख्या 207,177 है। इसमें बेटों की संख्या 1,08,473 जबकि, बेटियों की संख्या 98,704 है। बेटे-बेटियों में 9,769 का अंतर है।

इसी तरह जिले की कुल जनसंख्या पर नजर डालें तो साल 2011 की जनगणना में यह आंकड़ा 12 लाख 41 हजार 519 था जो सन् 2025 में बढ़कर लगभग 14 लाख 53 हजार 74 (अनुमानित) हो गया। इस तरह जनसंख्या के आंकड़े में दो लाख 11 हजार 555 की बढ़ोतरी देखी जा रही है। कुल आबादी में पुरुषों की संख्या सन् 2011 में 6,49,362 थी जो सन् 2025 में बढ़कर 7,60,013 हो गई है। इसी तरह महिलाओं की संख्या पहले 5,92,157 थी, जो अब बढ़कर 6,93,061 हो गई।

पूरे जिले की बढ़ी आबादी, लिंगानुपात में आई गिरावट

साल 2011 की जनगणना के अनुसार गुना जिले की कुल आबादी 12 लाख 41 हजार 519 थी। प्रशासन के अफसरों ने फार्मूले के आधार पर बताया कि 2025 में जनसंख्या बढ़‌कर 14 लाख 53 हजार 74 हो गई। पिछले 14 साल में गुना की आबादी तो उचित दर से बढ़ी, लेकिन लड़के-लड़कियों का अंतर 2 अंक बढ़कर 910 की जगह 912 हो गया। जिले में लड़के और लड़कियों की संख्या बढ़ने में लगभग दस हजार का अंतर है।

10 साल बाद शादी के लिए नहीं मिलेंगी लड़कियां

इस अंतर को नहीं पाटा गया तो दस साल बाद गुना में शादी के लिए लड़कियां मिलना कम हो जाएंगी। गुना में लिंगानुपात ग्वालियर-चंबल संभाग के अन्य जिलों की अपेक्षा अच्छा है। साक्षरता का प्रतिशत भी इन वर्षों में कम हुआ है। पहले 65.01 प्रतिशत था जो साल 2025 में 63.23 प्रतिशत पर आ गया है। जनसंख्या के मामले में देखा जाए तो गुना की जनसंख्या हरदा, उमरिया, श्योपुर और डिंडोरी से ज्यादा है।

पत्रिका ने की आंकड़ों की तुलना

विश्व जनसंख्या दिवस की पूर्व संध्या पर पत्रिका ने गुना जिले की साल 2011 की जनसंख्या के आंकडे और साल 2025 के अनुमानित आंकड़ों में तुलना की तो कई चौकाने वाली जानकारी सामने आई। भारत सरकार के नियमानुसार हर दस वर्ष में आबादी का पता लगाने के लिए जनगणना होती है। गुना जिले में 2011 के बाद 2021 में जनगणना होनी थी, लेकिन उस समय कोविड आ गया था और जनगणना का काम स्थगित हो गया था।

मगर यह देखने में आया कि गुना जिले में जिस गति से आबादी और क्षेत्रफल बढ़ा उस हिसाब से यहां विकास की गति नहीं बढ़ी। जबकि गुना जिले में विकास के कम में रिंग रोड, मेडिकल कॉलेज, गुना नगर निगम बनना जरुरी बताया गया। गुना शहर समेत जिले भर को आबादी के हिसाब से क्षेत्रफल में बढ़ना था उस गति में गुना नहीं बढ़ा।

गुना की आबादी - धर्म के अनुसार विवरण

धर्म - 2011 - 2025( अनुमानित)
हिंदू - 11,72,248 - 13,71,999
मुसलमान - 49,203 - 57,587
ईसाई - 1,208 - 1,414
सिख - 3,271 - 3,828
बौद्ध - 529 - 619
जैन - 13,474 - 15,770
अघोषित - 1,534 - 1,795
अन्य - 52 -61
कुल - 12,41,519 - 14,53,074

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Updated on:
11 Jul 2025 03:22 pm
Published on:
11 Jul 2025 03:15 pm
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