Energy Minister Pradhuman Singh Tomar: मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने पर्यावरण संरक्षण, ऊर्जा बचत के लिए लिए अनूठे संपल्प, जागरुकता संदेश देने बदल रहे खुद की लाइफ स्टाइल, बोले… मैं सेवक…
Energy Minister Pradhuman Singh Tomar: जब पूरा देश गर्मी, उमस से बेहाल है। मध्य प्रदेश के लोग भी मौसम की मार झेल रहे हैं। कई जिलों में एयर कंडीशनर और कूलर के बिना रात बिताना मुश्किल हो रहा है। ऐसे समय में मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ने एक अनोखा और अनुकरणीय कदम उठाया है। उन्होंने जून की तपती गर्मी में बिना एसी के वॉटरप्रूफ टेंट में एक पंखे के नीचे रात गुजारने का संकल्प लिया है। यही नहीं मंत्री ने पर्यावरण संरक्षण के साथ ही ऊर्जा बचत और सामाजिक चेतना जगाने, नशामुक्ति के लिए अपनी लाइफ स्टाइल तक बदल दी है। ताकि आमजन तक ये संदेश प्रभावशाली तरीके से पहुंच सकें और वे स्वयं भी संकल्प लेकर शहर, प्रदेश और देश की तस्वीर को बदलने की दिशा में काम करना शुरू करें।
ऊर्जा मंत्री ने बिजली बचाने, कार्बन डाईऑक्साइड के उत्सर्जन को कम करने में सहयोग करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि मैं एक सेवक संकल्प लेता हूं कि जून की गर्मी में 1 जून से 30 जून तक बिना एसी के रहूंगा। अपने घर के पास स्थित मैदान में एक टेंट में एक पंखे के नीचे रात्रि विश्राम करूंगा। फ्रिज के ठंडे पानी का उपयोग नहीं करूंगा। मटके का पानी पीऊंगा।
प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि डेढ़ टन एसी का यूज करने से कितनी बिजली खर्च होती है, कितनी कार्बनडाई ऑक्साइड उत्सर्जित होती है, इसका पूरा डाटा मैं जनता के साथ शेयर करूंगा। यही नहीं ऊर्जा मंत्री ने इसके लिए यह संकल्प भी लिया कि अब हम बिना प्रेस की हुई ड्रेस पहनेंगे, ताकि कार्बन उत्सर्जन कम करने में सहयोग कर सकें। भले ही फिर ये पॉइंट जीरो..जीरो…जीरो… पर्सेंट तक ही कम हो।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने अपने संकल्पों का उद्देश्य बताते हुए कहा कि इसका उद्देश्य केवल इतना है कि हम लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में जो संकल्प लिया था कि हम शहर की स्वच्छता के लिए, प्रदूषण कम करने, हरा-भरा बनाने और नशामुक्त बनाने की दिशा में बढ़ें। हमने दिन-प्रतिदिन इसकी घोषणा ही नहीं की थी, बल्कि हमने अमल शुरू किया। शहर की स्वच्छता के लिए हम खुद जाते हैं। अगर हम पानी और चाय पीते हैं और हमें लगता है कि वहां डस्टबिन नहीं है तो हम अपना गिलास जेब में डालते हैं और जहां डस्टबिन मिलती है उसमें डालते हैं। अभी हमारे साथ कुछ साथी हमारे संकल्प में सहयोग कर रहे हैं, इनकी संख्या काफी कम है, इसलिए अभी नजर नहीं आ रही है। लेकिन निश्चित ही, एक दिन इनकी संख्या बढ़ेगी और दिखाई देने लगेगी। इसके साथ ही शहर को नशामुक्त बनाने का संकल्प लिया है।
मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि, 'मैं 1 जून से हफ्ते में दो दिन शहर में पदयात्रा पर निकलूंगा। जनता से बिजली और साफ-सफाई के संबंध में जानकारी लेंगे।
सामाजिक वातावरण सुधारने के लिए हम सभी शाम को साथ में एक साथ बैठते हैं और सीता-राम का पाठ करते हैं। और वहीं हमें हमारे संकल्प और मजबूत करने की शक्ति ईश्वर देते हैं।
सुरक्षा पर बोले जितनी चाबी भरी राम ने उतना चले खिलौना
उन्होंने कहा कि मेरी सुरक्षा को कोई खतरा ही नहीं है, अगर मुझे कोई आघात पहुंचाना चाहता होगा, तो यही कहूंगा जितनी चाबी भरी राम ने उतना ही चले खिलौना।
अब सोचा कि एक महीने इस तपती गर्मी में, जून में… रात्रिकालीन, वॉटरप्रूफ टैंट के नीचे एक पंखे के नीचे बिना एसी के रात गुजारेंगे। जिससे कम से कम एक कमरे में डेढ़ टन का एसी चलने से कितनी बिजली खर्च होती है, कितनी कार्बनडाई ऑक्साइड उत्सर्जित होगी, इसकी जानकारी भी दूंगा। ताकि लोग जागरूक हों, जिसे उचित लगे तो वे फॉलो करें, जो लोग ये सोचेंगे कि हां मैं अपने बच्चों या मां बाप से प्यार करता हूं तो मुझे अपने शहर को प्रदूषण मुक्त, नशा मुक्त, स्वच्छ बनाना होगा, हरा-भरा बनाना होगा, शहर का वातावरण अच्छा बनाना होगा, हम सोचेंगे कि हमारे यहां प्रदूषण कम हो।
प्रद्युम्न सिंह तोमर, ऊर्जा मंत्री, एमपी।