सीजन का दूसरा सीवियर कोल्ड डे, प्रदेश में ग्वालियर व दतिया का दिन सबसे ज्यादा ठंडा रहा
दिसंबर के आखिरी दिनों में सर्दी ने पूरे तेवर दिखा दिए हैं। सोमवार को शहर पर कोहरे की ऐसी चादर तनी कि दोपहर 2 बजे तक सूरज के दर्शन नहीं हुए। सूरज का ‘हाफ डे’ रहा। जैसे ही कोहरा छटा, कश्मीर की ओर से आई बर्फीली हवा ने शहर को जकड़ लिया। नतीजा यह रहा कि दिनभर कंपकंपी छाई रही और लोग अलाव-हीटर के सहारे सर्दी से बचते नजर आए। अधिकतम तापमान महज 15.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से 7.4 डिग्री कम रहा। सीजन का दूसरा सीवियर कोल्ड रहा। ठंड का असर जनजीवन पर साफ दिखा और सुबह देर से हुई, बाजारों में चहल-पहल सुस्त रही और सड़कों पर लोग ऊनी कपड़ों में लिपटे नजर आए।
सोमवार की रात से ही शहर में घना कोहरा छा गया था। सुबह के समय दृश्यता 0 से 50 मीटर तक सिमट गई। इसका असर सड़क और रेल यातायात पर पड़ा। वाहन चालकों को हेडलाइट जलाकर रेंगते हुए निकलना पड़ा। सुबह 11:30 बजे तक तापमान 11 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही अटका रहा। दिन में धूप न निकल पाने से पारे में उछाल नहीं आ सका और ठंड की धार और तेज हो गई। न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से 1.5 डिग्री अधिक जरूर रहा, लेकिन बर्फीली हवा ने ठंड का अहसास कई गुना बढ़ा दिया।
इस कारण बदला है मौसम
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के बाद हवा की दिशा बदलने से आया है। अब हवा का रुख उत्तर की ओर से हो गया है, जो जम्मू-कश्मीर की बर्फीली ठंडक मैदानी इलाकों तक ला रही है।
- वायुमंडल में करीब 12 किलोमीटर ऊंचाई पर 286 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रही जेट स्ट्रीम हवा चल रही है। इसी वजह से ग्वालियर के साथ भिंड, मुरैना और दतिया अंचल में घना कोहरा बार-बार छा रहा है।
-मौसम विभाग ने 30 दिसंबर के लिए भी घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। सुबह और देर रात के समय दृश्यता बेहद कम रहने की आशंका जताई गई है। ऐसे में वाहन चालकों को सावधानी बरतने, गति सीमित रखने और फॉग लाइट का उपयोग करने की सलाह दी गई है।