Gwalior Honey Trap Case: जयपुर के बैट्री कारोबारी को हनी ट्रैप में फंसाकर दिल्ली में उसकी हत्या और लाश को नाले में फेंकने की सनसनीखेज वारदात की दिल दहला देने वाली हकीकत
Gwalior Honey Trap Case: जयपुर के बैट्री कारोबारी को हनी ट्रैप में फंसाकर दिल्ली में उसकी हत्या और लाश को नाले में फेंकने की सनसनीखेज वारदात में ग्वालियर की महिला और उसका पति मास्टरमाइंड निकला है। प्लानिंग में दंपती ने दो साथियों को भी शामिल किया था। इन लोगों ने बैट्री कारोबारी को दिल्ली बुलाकर उसे बंधक बनाकर 50 लाख रुपए मांगे। पैसा नहीं मिलने पर उसका कत्ल किया था। कारोबारी के अंधे कत्ल का खुलासा करने के लिए पुलिस ने 3 हजार से ज्यादा सीसीटीवी खंगाले तब हत्यारों का सुराग मिला।
पुलिस ने बताया जयपुर के मंडी खटीकन निवासी दिलीप सांवरिया हत्याकांड का खुलासा हो गया है। दिलीप की हत्या ई-रिक्शा चालक प्रदीप गोस्वामी निवासी मुरैना और उसकी पत्नी अंजलि सोनी (21) निवासी ग्वालियर ने की थी। अंजलि और प्रदीप ने लव मैरिज की है। दोनों करीब दो साल पहले जयपुर आकर बसे थे। प्रदीप यहां ई-रिक्शा चलाता है। दिलीप ई-रिक्शा की बैट्री बेचता था। इसलिए प्रदीप और अंजलि की उससे मुलाकात हुई थी। अंजलि ने दिलीप को प्रेम में फंसा कर पैसा उधार लिया। फिर उसके साथ अवैध संबंध बनाए।
प्रेमिका के बुलाने पर दिलीप दिल्ली पहुंच गया। अंजलि उसे लैट पर ले गई। थोड़ी देर बाद विजय, संतोष, मनीष और मुकेश को बुलाकर दिलीप को पीटा उसके हाथ पैर बांध दिए, मुंह पर टेप चिपका कर बंधक बनाया। उसके फोन से परिजन को फोन कर 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी। दिलीप को गैंग के हवाले कर अंजलि जयपुर लौट गई। फिरौती नहीं मिलने पर हत्यारों ने 21 मई की शाम दिलीप की हत्या कर दी। उसकी लाश को प्लास्टिक के बोरे में लपेट कर रात के समय सुल्तानपुरी के नाले में फेंक दिया। दो दिन बाद हत्यारोपी विजय ने जयपुर पहुंचकर अंजलि और प्रदीप को घटनाक्रम बताया।