
देशभर में केवल मध्य प्रदेश में ही मिलता है 4.5 किलो का नूरजहां आम.
MP News: हर साल की तरह इस साल भी एमपी की राजधानी भोपाल (Bhopal) में 5 दिवसीय आम महोत्सव (mango festival) शुरू होने जा रहा है। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) की ओर से आयोजित इस Mango Festival में आपको आम की हर वैरायटी मिलेगी। लेकिन इस बार ये Mango Festival आम के शौकीनों के लिए बेहद खास होने जा रहा है। क्योंकि इस बार इस फेस्टिवल में मध्य प्रदेश का सबसे खास आम भी बिकेगा। बता दें कि अलीराजपुर जिले के कट्ठीवाड़ा क्षेत्र के दुर्लभ 'नूरजहां' आम के अब गिने-चुने पेड़ ही बचे हैं। साल-दर-साल कम होते नूरजहां आम के उत्पादन ने अब एमपी की मोहन सरकार की चिंता बढ़ा दी है। यही कारण है कि आम की इस यूनिक वैरायटी को बचाने के लिए चिंतित सरकारी अफसरों ने इसके पेड़ों की तादाद बढ़ाने की दिशा में वैज्ञानिक प्रयास करने शुरू कर दिए हैं।
बता दें कि मध्य प्रदेश का ये खास आम मूल रूप से अफगान का है। इस प्रजाति के आम के पेड़ अफगान से लाकर यहां लगाए गए थे। नूरजहां आम की किस्म अपने बड़े आकार के लिए जानी जाती है। इसका वजन 3.5 किलोग्राम से लेकर 4.5 किलोग्राम के बीच होता है। वहीं इसकी कीमत 1000 रुपए से लेकर 1200 रुपए प्रति किलो तक होती है।
नूरजहां आम की इस वैरायटी को पीढ़ियों तक संरक्षित करने के लिए इंदौर संभाग आयुक्त (राजस्व) दीपक सिंह ने अलीराजपुर में बागवानी विभाग की एक बैठक ली। बैठक में उन्होंने कहा कि अलीराजपुर जिले के कट्ठीवाड़ा क्षेत्र में नूरजहां के संरक्षण के लिए वैज्ञानिक प्रयास तेज किए जाने चाहिए। उन्होंने अलीराजपुर जिले में आम के पेड़ों की घटती संख्या पर चिंता व्यक्त की। इसके साथ ही उन्होंने वन विभाग को टिश्यू कल्चर की मदद से नूरजहां के नए पौधे तैयार करने के निर्देश दिए।
अलीराजपुर कृषि विज्ञान केंद्र प्रमुख डॉ. आरके यादव ने बताया कि नूरजहां आम के वर्तमान में फल देने वाले केवल 10 पेड़ ही बचे हैं। लेकिन हमने हार नहीं मानी है। हम अगले पांच साल में पौधारोपण कर इनकी संख्या 200 तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। इस प्रजाति को विलुप्त नहीं होने देंगे।
अलीराजपुर कृषि विज्ञान केंद्र प्रमुख डॉ. आरके यादव ने कहा कि कुछ दशक पहले नूरजहां आम का अधिकतम वजन 4.5 किलोग्राम तक होता था, जो अब घटकर 3.5 से 3.8 किलोग्राम के बीच रह गया है।
नूरजहां के तीन पेड़ों के मालिक और आम उत्पादक शिवराज सिंह जाधव कहते हैं कि इस बार उत्पादन कम हुआ है। मेरे तीन पेड़ों से केवल 20 आम निकले। बेमौसम बारिश और तूफान से पैदावार पर बुरा असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि उनके बगीचे में पिछले साल सबसे भारी 3.8 किलोग्राम की नूरजहां का उत्पादन हुआ था। जिससे उन्हें 2,000 रुपये मिले थे। नूरजहां किस्म के पेड़ में जनवरी में बौर आने शुरू हो जाते हैं और जून में पकने के बाद आम बाजार में बिक्री के लिए आते हैं।
आप भी अगर नूरजहां आम का स्वाद चखना चाहते हैं, तो मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के Mango Festival में आपका स्वागत है। यहां 14 जून से Mango Festival शुरू होने वाला है। ये फेस्टिवल 5 दिन तक रहेगा। इस Mango Festival में पहली बार नूरजहां आम को बेचने के लिए लाया जा रहा है। पिछले साल 2023 में आयोजित Mango Festival में भी नूरजहां आम लाया गया था। लेकिन तब ये कांच के शोकेस में दिखाने के लिए रखा गया था। लेकिन इस बार इसे आप खरीद भी सकेंगे और इसका रसीला स्वाद ले भी सकेंगे।
Updated on:
12 Jun 2024 11:58 am
Published on:
12 Jun 2024 11:57 am
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