Hanumangarh ethanol factory protest: बेनीवाल ने किसानों की चिंताओं को "बिल्कुल वाजिब" बताते हुए कहा कि यदि किसी परियोजना से भूमि, जलस्तर, पर्यावरण या किसानों की आजीविका पर असर पड़ता है, तो उनकी आवाज़ को सुना जाना ही "लोकतंत्र का असली आधार है"।
हनुमानगढ़ में एथेनॉल फैक्ट्री विरोध ने लिया हिंसक रूप, बेनीवाल ने भाजपा सरकार पर साधा निशाना जिले के टिब्बी क्षेत्र में प्रस्तावित इथेनॉल फैक्ट्री को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन हिंसक हो उठा। राठीखेड़ा गांव में निर्माणाधीन ड्यून एथेनॉल प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री की दीवार किसानों ने तोड़ दी, जिसके बाद भड़की हिंसा में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर झड़प हुई।
किसानों के उग्र होने पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे, जिससे गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने लगभग 14 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। इस हिंसक झड़प में 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पूनिया को भी सिर में चोट लगी है।
हिंसा के बाद टिब्बी कस्बे और आसपास के गांवों में तनाव की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से इलाके में धारा 144 लागू कर दी है और इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह बंद कर दी गई हैं। एहतियात के तौर पर सभी स्कूल-कॉलेज और दुकानें बंद हैं, और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, जिससे यह क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। कांग्रेस नेता और श्रीगंगानगर जिला कांग्रेस अध्यक्ष रुपिंदर सिंह कुन्नर ने किसानों के समर्थन में राठीखेड़ा पहुंचने का आह्वान किया है, जिससे आज तनाव बढ़ने की आशंका है।
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार किया है। बेनीवाल ने किसानों की चिंताओं को "बिल्कुल वाजिब" बताते हुए कहा कि यदि किसी परियोजना से भूमि, जलस्तर, पर्यावरण या किसानों की आजीविका पर असर पड़ता है, तो उनकी आवाज़ को सुना जाना ही "लोकतंत्र का असली आधार है"।
उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्थान की भाजपा सरकार संवेदनहीन हो चुकी है और आंदोलन को "लाठी और गोली के दम पर कुचलने" का प्रयास कर रही है। बेनीवाल ने कहा कि एक तरफ भाजपा सशक्त लोकतंत्र की बात कर रही है, वहीं दूसरी तरफ हनुमानगढ़ में पुलिस की "दमनकारी नीति" लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार कॉर्पोरेट के दबाव में काम कर रही है और प्रशासन को संवाद के माध्यम से न्यायपूर्ण समाधान निकालने की आवश्यकता है। RLP ने सरकार और पुलिस के इस रवैए की कड़े शब्दों में निंदा की है।