हनुमानगढ़-सूरतगढ़ फोरलेन मार्ग की बदहाली को लेकर राजस्थान पत्रिका में समाचार प्रकाशित होने के बाद सड़क विकास एवं निर्माण विभाग हरकत में आया है। सड़क किनारे सफाई और क्षतिग्रस्त डिवाइडर सुधारने का काम शुरू किया गया है।
डबलीराठान/हनुमानगढ़। हनुमानगढ़-सूरतगढ़ फोरलेन मार्ग की बदहाल स्थिति को लेकर राजस्थान पत्रिका में समाचार प्रकाशित होने के बाद राजस्थान सड़क विकास एवं निर्माण विभाग हरकत में आया है। टोल रोड होने के बावजूद 17 वर्ष बाद भी सड़क की खराब हालत वाहन चालकों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई थी।
राजस्थान पत्रिका में 6 नवंबर को प्रकाशित 'फोरलेन की गुणवत्ताहीन सड़क-हादसे का सफर' शीर्षक समाचार के बाद विभाग ने सड़क किनारे और क्षतिग्रस्त डिवाइडर की सुध लेना शुरू किया। पिछले एक पखवाड़े से हनुमानगढ़ क्षेत्र से मक्कासर गांव के बीच वैदिका होटल से डबलीराठान से आगे तक सड़क के दोनों ओर कांटेदार झाड़ियों और निर्माण कचरे को जेसीबी व ट्रैक्टर-ट्रॉली से हटाया गया है, जिससे मार्ग साफ और सुचारु हो गया है।
क्षतिग्रस्त डिवाइडर के पुनर्निर्माण और अवैध कट बंद करने का कार्य भी जारी है। सोमवार को डबलीराठान बस अड्डे के पास डिवाइडर और संकेतकों को दुरुस्त करने का काम शुरू किया गया। वहीं बस अड्डे से पीलीबंगा की ओर सड़क किनारे उगी जंगली बबूल की झाड़ियों को श्रमिकों द्वारा हटाया जा रहा है।
सड़क के दोनों ओर किनारे साफ होने से वाहन चालकों को राहत मिली है। इस मार्ग से गन्ना और पराली से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की आवाजाही अधिक रहती है। ग्रामीणों और क्षेत्रवासियों ने सड़क किनारे सीसी ब्लॉक लगाने की मांग की है, ताकि मार्ग भविष्य में भी सुरक्षित बना रहे।
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गौरतलब है कि हनुमानगढ़-सूरतगढ़ फोरलेन मार्ग को वाहन चालक टोल के लायक नहीं मानते, फिर भी निर्माण के समय से लगातार टोल वसूली की जा रही है। सड़क का निर्माण लगभग डेढ़ दशक पूर्व किया गया था। गुणवत्ता को लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों सरकारों के दौरान सवाल उठते रहे, आंदोलन हुए और अधिकारियों पर कार्रवाई भी हुई, लेकिन सड़क की स्थिति में अपेक्षित सुधार नहीं हो सका।