हनुमानगढ़ जिले में जज को मारने और नौकरी छुड़ा देने की धमकी देने का मामला सामने आया है। ऐसा धमकी भरा पत्र न्यायिक अधिकारी को मिला है।
Retired SHO threatens judge: हनुमानगढ़ जिले में जज को मारने और नौकरी छुड़ा देने की धमकी देने का मामला सामने आया है। ऐसा धमकी भरा जो पत्र न्यायिक अधिकारी को मिला है, वह रिटायर्ड थाना प्रभारी का लिखा बताया जा रहा है, जिसे ग्राम न्यायालय ने गिरफ्तारी वारंट से तलब किया था। इस संबंध में रिटायर्ड थाना प्रभारी भवानी सिंह के खिलाफ ग्राम न्यायालय के रीडर ने सीजेएम कोर्ट हनुमानगढ़ में परिवाद पेश किया। इस पर सीजेएम कोर्ट ने शुक्रवार को जंक्शन थाना पुलिस को जांच का आदेश दिया।
जानकारी के अनुसार वर्ष 2008 में टिब्बी थाने के तत्कालीन प्रभारी भवानी सिंह से जुड़ा प्रकरण ग्राम न्यायालय हनुमानगढ़ में लंबित है। इस प्रकरण में ग्राम न्यायालय ने बयान के लिए भवानी सिंह को बुलाया था। वह 5 अगस्त 2025 को उपस्थित नहीं हुए तो उसके जमानत मुचलके जब्त कर 20 अगस्त को गिरफ्तारी वारंट से तलब किया गया। इसकी पालना में अभियुक्त का गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया।
ग्राम न्यायालय मजिस्ट्रेट के नाम से कार्यालय में साधारण डाक से भेजा गया पत्र एक नवंबर को मिला। इसमें पीठासीन अधिकारी को संबोधित कर लिखा कि मेरे विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट निकाला है। मैं आपको माफ नहीं करूंगा, वो हालत कर दूंगा कि नौकरी छोड़नी पड़ेगी। कानून का ज्ञान है नहीं और आप मजिस्ट्रेट की कुर्सी पर बैठे हो। मैं यदि हनुमानगढ़ आ गया तो न्यायालय में ही मार-मार कर खीस निकाल दूंगा। पत्र में जातिसूचक अभद्र टिप्पणियां भी की गई हैं।
हनुमानगढ़ पुलिस ने अभी संपर्क नहीं किया है। कई बार जिला पुलिस अनुसंधान व सबूतों के मुताबिक खुद अपने स्तर पर कार्रवाई करती है। हनुमान प्रसाद मीणा, डीसीपी वेस्ट, जयपुर कमिश्नरेट