उत्तर प्रदेश के हापुड़ में पुलिस और गौ-तस्करों के बीच मुठभेड़ में 50 हजार के इनामी बदमाश हसीन की मौत हो गई। संभल का रहने वाला हसीन दो दर्जन से ज्यादा मुकदमों में वांछित था। पुलिस ने मौके से पिस्टल, कारतूस और कार बरामद की। 38 दिनों में यूपी में यह 11वां एनकाउंटर है।
हापुड़ में रविवार देर रात पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई। इसमें 50 हजार रुपये का इनामी बदमाश हसीन मारा गया। वहीं, उसके साथ आए बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। हसीन पर गोकशी से लेकर हत्या के प्रयास तक के 24 से ज्यादा मुकदमे थे। पुलिस ने मौके से एक अवैध पिस्टल, कई कारतूस और एक स्विफ्ट डिजायर कार बरामद की है।
मामला कपूरपुर थाना क्षेत्र का है। रात करीब 11 बजे के आसपास डायल 112 पर सूचना मिली कि कुछ लोग प्रतिबंधित पशुओं को गाड़ियों में भरकर तस्करी के लिए ले जा रहे हैं। सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर विनोद पांडेय अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और इलाके की घेराबंदी कर दी। पुलिस को देखते ही कार सवार बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं। इस दौरान एक गोली हसीन को लगी और वह वहीं गिर गया, जबकि उसके साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।
घायल हसीन को पहले सीएचसी धौलाना और फिर हायर सेंटर भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौके से पुलिस ने एक अवैध पिस्टल, जिंदा और खोखे कारतूस, और एक स्विफ्ट डिजायर कार बरामद की है।
हसीन संभल जिले के असमोली थाना क्षेत्र के मैनौटा का रहने वाला है। उसके पिता का नाम इकरार है। वह पुलिस के रिकॉर्ड में एक कुख्यात हिस्ट्रीशीटर था। उसके खिलाफ हापुड़, मुजफ्फरनगर, संभल, अमरोहा और गौतमबुद्धनगर समेत कई जिलों में करीब दो दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। इसमें गोकशी, हत्या का प्रयास, और गैंगस्टर एक्ट जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।
एसपी ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि हसीन थाना कपूरपुर में गौवध निवारण अधिनियम के तहत वांछित था और उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस टीम ने सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई की। आत्मरक्षा में की गई जवाबी कार्रवाई में हसीन घायल हुआ, बाद में उसकी मौत हो गई।
प्रदेश में पिछले 38 दिनों में अब तक 11 बदमाश एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई अपराधियों में भय और कानून के प्रति विश्वास स्थापित करने के लिए जारी रहेगी।