SDM Swati Shukla: 2016 बैच की पीसीएस अधिकारी स्वाति शुक्ला को योगी सरकार ने निलंबित कर दिया है। आइए जानते हैं कि वह कौन हैं और क्या हैं उन पर लगे आरोप…
SDM Swati Shukla: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में एडीएम न्यायिक के पद पर तैनात पीसीएस अधिकारी स्वाति शुक्ला को योगी सरकार ने सस्पेंड कर दिया गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि स्वाति शुक्ला पर आरोप है कि हरदोई में पोस्टिंग के दौरान उन्होंने 71 लोगों के नाम जमीन के पट्टे किए। इस दौरान उन्होंने ऐसे लोगों के नाम जमीन के पट्टे किए, जिनके पास पहले से जमीन मौजूद थी।
इस मामले में सरकार ने राजस्व निरीक्षक और लेखपाल को भी निलंबित कर दिया है। आइए जानते हैं स्वाति शुक्ला के बारे में कि वो किस बैच की आधिकारिक हैं और उनकी रैंक क्या थी।
अगस्त 2016 में बाराबंकी में स्वाति शुक्ला की पहली पोस्टिंग डिप्टी कलेक्टर के पद पर की गई थी। इसके बाद वह अक्टूबर 2017 में लखीमपुर खीरी जिले की एसडीएम बनी और अक्टूबर 2021 से फरवरी 2024 तक वह हरदोई जिले की एसडीएम रही। आरोपों के मुताबिक, हरदोई में पोस्टिंग के दौरान ही उन्होंने अवैध तरीके से जमीन के पट्टे दूसरों के नाम किए।
साल 2015 में स्वाति शुक्ला ने यूपी पीसीएस परीक्षा पास की थी। रैंक की बात करें तो महिला कैटेगरी में उन्हें चौथी और सभी श्रेणियों में 17वीं रैंक मिली थी। वह उत्तर प्रदेश के लखनऊ से ताल्लुक रखती हैं और उनके पिता रेलवे में सीनियर सेक्शन इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे।
स्वाति शुक्ला ने 12वीं पास करने के बाद ग्रेजुएशन किया और इसके बाद एमबीए की डिग्री हासिल की। प्राइवेट नौकरी करते हुए उन्होंने पीसीएस परीक्षा की तैयारी की। तैयारी के समय ही उन्होंने निजी बैंक और कॉलेजों में काम किया।
जमीन के पट्टे के मामले की जांच में हरदोई डीएम ने स्वाति शुक्ला पर लगे सभी आरोपों को सही पाया। 150 कृषि योग्य जमीन का पट्टा गलत तरीके से किया गया था, जिसे डीएम ने खारिज कर दिया और तत्कालीन एसडीएम स्वाति शुक्ला व अन्य के खिलाफ निलंबन के लिए विभाग को पत्र भेज दिया।