
अस्पताल के बाहर बुजुर्ग से लूट की घटना का पुलिस ने किया खुलासा, एक आरोपी फरार (Source: Police Media Cell)
Hardoi जनपद के सांडी थाना क्षेत्र में गुरुवार देर रात पुलिस और शातिर बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में एक कुख्यात टप्पेबाज पुलिस की जवाबी फायरिंग में घायल हो गया, जबकि मुठभेड़ के दौरान एक हेड कांस्टेबल भी चोटिल हो गया। पुलिस ने घायल बदमाश के कब्जे से लूटी गई नकदी, वारदात में प्रयुक्त बाइक और अवैध असलहा बरामद किया है। बदमाश का एक साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया, जिसकी तलाश में पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। यह मुठभेड़ न केवल एक गंभीर आपराधिक घटना का खुलासा है, बल्कि जिले में बढ़ रही टप्पेबाजी और बुजुर्गों को निशाना बनाने वाले गिरोहों के खिलाफ पुलिस की सक्रियता का भी प्रमाण मानी जा रही है।
पूरी घटना की शुरुआत 18 दिसंबर 2025 को हुई थी। सांडी थाना क्षेत्र के कुंअरियापुर निवासी श्रवण कुमार अपने पुत्रवधू का इलाज कराने मायरा हॉस्पिटल पहुंचे थे। इलाज के दौरान वे चाय लेने के लिए अस्पताल के बाहर निकले। इसी दौरान बाइक सवार दो युवकों ने उनसे बातचीत शुरू की और सांडी तिराहे तक छोड़ने का झांसा देकर उन्हें बाइक पर बैठा लिया। बुजुर्ग व्यक्ति को भरोसे में लेकर बदमाशों ने रास्ते में टप्पेबाजी की और उनकी जेब से 20 हजार रुपये नकद और आधार कार्ड निकाल लिया। इसके बाद बदमाशों ने उन्हें रास्ते में उतार दिया और तेज रफ्तार से फरार हो गए। जब पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ, तब तक बदमाश काफी दूर निकल चुके थे। घटना से आहत श्रवण कुमार ने बाद में सांडी थाने पहुंचकर तहरीर दी। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए 25 दिसंबर को मुकदमा अपराध संख्या 598/25 दर्ज किया और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी।
पुलिस अधीक्षक हरदोई के निर्देश पर सांडी थाना पुलिस और सर्विलांस टीम को बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए लगाया गया। आसपास के जिलों, खासकर कन्नौज से जुड़े पुराने अपराधियों का रिकॉर्ड खंगाला गया। सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर तंत्र के जरिए बदमाशों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी। इसी क्रम में पुलिस को बुधवार को मुखबिर से सूचना मिली कि टप्पेबाजी की घटना में शामिल बदमाश ग्राम अनटवा से कन्नौज की ओर जा रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए गंगा एक्सप्रेस-वे के अंडरपास के पास घेराबंदी कर दी।
पुलिस को देखते ही बाइक सवार बदमाश घबरा गए और भागने का प्रयास करने लगे। तेज रफ्तार में उनकी बाइक अनियंत्रित होकर फिसल गई। खुद को चारों ओर से घिरा देख बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। हालात को भांपते हुए पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की। इस दौरान एक बदमाश के दाहिने पैर में गोली लग गई, जिससे वह मौके पर ही गिर पड़ा। वहीं उसका दूसरा साथी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया। मुठभेड़ के दौरान सांडी थाने में तैनात हेड कांस्टेबल विजय प्रताप सिंह भी चोटिल हो गए। हालांकि उनकी चोट गंभीर नहीं बताई जा रही है।
घायल बदमाश की पहचान प्रदीप उर्फ दीपू पुत्र दीपक निवासी कस्बा व थाना तिर्वा, जनपद कन्नौज के रूप में हुई है। पुलिस ने उसके कब्जे से 10,900 रुपये नकद, पीड़ित श्रवण कुमार का आधार कार्ड, घटना में प्रयुक्त अपाचे मोटरसाइकिल, एक तमंचा 315 बोर और कारतूस बरामद किया है। पुलिस का कहना है कि बरामद नकदी में से शेष राशि आरोपी के फरार साथी के पास होने की संभावना है, जिसकी तलाश की जा रही है।
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने घायल बदमाश और घायल हेड कांस्टेबल को तत्काल इलाज के लिए अस्पताल भेजा। अस्पताल परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। चिकित्सकों के अनुसार घायल बदमाश की हालत फिलहाल स्थिर है। इलाज के बाद उसे न्यायिक प्रक्रिया के तहत जेल भेजा जाएगा।
पुलिस जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार बदमाश प्रदीप उर्फ दीपू का आपराधिक इतिहास काफी लंबा है। उस पर जनपद कन्नौज के ठठिया थाना क्षेत्र में लूट, टप्पेबाजी और गैंगस्टर एक्ट समेत कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। वह लंबे समय से पुलिस की निगाह में था और अलग-अलग जिलों में घटनाओं को अंजाम देकर फरार हो जाता था। पुलिस का मानना है कि यह गिरोह अस्पतालों, बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर बुजुर्गों और भोले-भाले लोगों को निशाना बनाता था।
मुठभेड़ के दौरान फरार हुए बदमाश की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस की कई टीमें संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं। सीमावर्ती जिलों में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि फरार आरोपी को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा और गिरोह का पूरी तरह पर्दाफाश किया जाएगा।
इस मुठभेड़ के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस की सक्रियता और तत्परता की सराहना की है। लोगों का कहना है कि बुजुर्गों और आम नागरिकों को निशाना बनाने वाले ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूरी है। हरदोई पुलिस का कहना है कि जनपद में अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है। टप्पेबाजी, लूट और ठगी जैसी घटनाओं में शामिल किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। यह मुठभेड़ न केवल एक अपराधी की गिरफ्तारी है, बल्कि समाज को यह संदेश भी है कि कानून से बचना अब आसान नहीं है। पुलिस की सक्रियता और जनता की सतर्कता से ही ऐसे अपराधों पर लगाम लगाई जा सकती है।
Published on:
26 Dec 2025 01:07 pm
बड़ी खबरें
View Allहरदोई
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
