हाथरस में सत्संग करने वाले भोले बाबा की काली सच्चाई आई सामने, छोटे भाई की पत्नी ने खोला बाबा का काला चिट्ठा पूर्जा।
हाथरस सत्संग में कल 121 लोगों की मौत की खबर सुनकर लोगों का दिल दहल गया है। चारों तरफ लोगों की चीख और रोने की आवाज सुनाई दे रही है। अब इस भगदड़ के बाद लोगों के मन में एक ही सवाल उठ रहा है कि आखिर ये भोले बाबा कौन है? कासगंज जिले के पटियाली थाना क्षेत्र के बहादुर नगर के मूल निवासी करीब 70 वर्षीय ‘भोले बाबा’ का असली नाम सूरजपाल है। सूरजपाल ने करीब दो दशक पहले पुलिस की नौकरी छोड़कर आध्यात्म की ओर रुख किया और ‘भोले बाबा’ बनने के बाद उनके भक्तों की संख्या बढ़ने लगी। उनके सत्संग में बड़ी संख्या में लोग जुटते हैं। बाबा को लेकर उसके छोटे भाई की पत्नी ने बड़ा खुलासा किया है।
बाबा के छोटे भाई की पत्नी ने एक मीडिया चैनल से बात करते हुए बताया है कि बाबा उसके बच्चों के साथ मारपीट करता था। सूरजपाल के भाई की पत्नी ने कहा, ‘भोले बाबा का उसके परिवार से अब कोई मतलब नहीं है> बाबा ने एक बार उनके बच्चों के भी साथ मारपीट की थी। उन्होंने बताया कि भोले बाबा के किसी सत्संग में हम कभी नहीं गए। न ही उनसे हमारा कोई मतलब है। वो सगे भाई की मौत पर भी नहीं आए। परिवार के किसी भी सदस्य की मौत पर नहीं आए तो हमारा उनसे कोई मतलब नहीं है।
भोले बाबा की खासियत ये है कि वह भगवा रंग नहीं बल्कि सफेद सूट पहनकर सत्संग करते थे। बाबा सोशल मीडिया पर एक्टिव न होने के बावजूद भी लोगों के बीच काफी फेमस हैं। कई लोग इस बाबा को अपना भगवान मानते हैं। बाबा अपने कई प्रवचन में कहते हैं कि उन्हें जो दान दिया जाता है, उसमें से वे कुछ भी नहीं रखते और उसे अपने भक्तों में बांट देते हैं।