Early Signs of Diabetes : भारत में डायबिटीज (Blood Sugar) तेज़ी से बढ़ रही है। करोड़ों वयस्क इससे पीड़ित हैं, अब तो युवा भी चपेट में आ रहे हैं। इसकी बड़ी वजह खराब खाना, तनाव और कसरत की कमी है। डायबिटीज वालों को हार्ट अटैक और लकवे का खतरा ज्यादा होता है। जानते हैं डायबिटीज ऐसे 10 संकेत जिन्हें आम लोग नहीं पहचानतें हैं।
Early Signs of Diabetes : डायबिटीज यानी शुगर की बीमारी आजकल हमारे देश में एक बहुत बड़ी और तेज़ी से फैलने वाली दिक्कत बन गई है। एक अंदाज़ के मुताबिक, 18 साल से ज़्यादा उम्र के करीब 7 करोड़ 70 लाख लोगों को तो टाइप 2 डायबिटीज है, और लगभग ढाई करोड़ लोग ऐसे हैं जिन्हें कभी भी ये बीमारी हो सकती है (यानी वो प्रीडायबिटिक हैं)।
पहले ये बीमारी ज़्यादातर 45 साल से ऊपर के लोगों में दिखती थी, पर अब तो बच्चों, जवानों और कम उम्र के लोगों को भी होने लगी है। इसकी बड़ी वजहें हैं बाहर का तला-भुना खाना (फास्ट फूड), टेंशन लेना और कसरत बिल्कुल न करना या बहुत कम करना।
जिन लोगों को शुगर की बीमारी होती है, उनमें दिल का दौरा पड़ने या लकवा (स्ट्रोक) होने का खतरा आम लोगों के मुकाबले दो से तीन गुना ज़्यादा होता है।
यह एक ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे शरीर में पनपती है और तब तक पता नहीं चलता जब तक कोई गंभीर जटिलता न हो जाए। लेकिन शरीर शुरू से ही संकेत देने लगता है — कभी हल्के तो कभी तेज। बस ज़रूरत है उन्हें समझने की।
Early Signs of Diabetes :डायबिटीज के शुरुआती लक्षण इतने साधारण होते हैं कि लोग उन्हें सामान्य समझ कर टाल देते हैं।
थकान? शायद काम का दबाव
प्यास? शायद मौसम गर्म है
बार-बार पेशाब आना? शायद ज्यादा चाय पी ली
बहुत से लोग ये सोचते ही नहीं कि उन्हें डायबिटीज़ (Diabetes) हो सकती है, खासकर अगर वे मोटे नहीं हैं या उम्रदराज़ नहीं हैं। इसीलिए, नियमित हेल्थ चेकअप बहुत ज़रूरी हैं।
Diabetes Control Tips: डायबिटीज को लेकर एक्सपर्ट की सलाह
अगर आप सामान्य से ज्यादा बार पेशाब करने जा रहे हैं, खासकर रात में, तो यह संकेत हो सकता है कि आपके गुर्दे खून से अतिरिक्त शुगर को बाहर निकालने के लिए ज्यादा काम कर रहे हैं। इसे पॉलियूरिया (Polyuria) कहते हैं और यह डायबिटीज का आम शुरुआती संकेत है।
अगर आप बार-बार पानी पीने के बाद भी प्यासे रहते हैं, तो यह शरीर में हो रही डिहाइड्रेशन का संकेत हो सकता है, जो बार-बार पेशाब करने के कारण होता है। इसे पॉलिडिप्सिया (Polydipsia) कहते हैं और यह भी डायबिटीज से जुड़ा संकेत है।
अगर आपका वजन बिना किसी डाइट या एक्सरसाइज़ के कम हो रहा है, तो यह एक खतरे की घंटी हो सकती है। जब शरीर ग्लूकोज़ का उपयोग नहीं कर पाता, तो वह ऊर्जा के लिए फैट और मसल्स को तोड़ना शुरू कर देता है। यह टाइप 1 डायबिटीज में आम है, लेकिन टाइप 2 में भी हो सकता है।
अगर आप खाना खाने के तुरंत बाद भी भूख महसूस करते हैं, तो यह पॉलीफेज़िया (Polyphagia) हो सकता है। इसका कारण है कि शरीर को ऊर्जा नहीं मिल रही और वह लगातार भोजन की मांग कर रहा है।
जब शरीर ग्लूकोज़ को सही से उपयोग नहीं कर पाता, तो थकावट और कमजोरी महसूस होती है। बार-बार पेशाब के कारण नींद भी प्रभावित हो सकती है, जिससे थकान और बढ़ जाती है।
उच्च रक्त शर्करा आपकी आंखों के लेंस को प्रभावित कर सकती है, जिससे धुंधली दृष्टि हो सकती है। यह अस्थायी भी हो सकती है, लेकिन लंबे समय तक हाई ब्लड शुगर आंखों को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है।
अगर कट या घाव सामान्य से ज्यादा समय ले रहे हैं भरने में, तो यह संकेत हो सकता है कि आपकी रक्त परिसंचरण और प्रतिरक्षा प्रणाली प्रभावित हो रही है, जो डायबिटीज में आम है।
यह डायबिटिक न्यूरोपैथी का संकेत हो सकता है। लंबे समय तक हाई ब्लड शुगर से नसों को नुकसान होता है, जिससे यह समस्या शुरू होती है, खासकर पैरों और हाथों में।
उच्च ब्लड शुगर के कारण शरीर डिहाइड्रेट हो सकता है, जिससे त्वचा रूखी और खुजलीदार हो जाती है। कमजोर परिसंचरण भी त्वचा को ज़रूरी पोषण नहीं पहुंचने देता।
डायबिटीज इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकता है, जिससे बार-बार संक्रमण होने लगता है।
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन
यीस्ट इंफेक्शन
त्वचा से संबंधित संक्रमण
अगर इन लक्षणों में से कोई भी आपको महसूस हो रहा है, तो उसे हल्के में न लें। एक साधारण ब्लड शुगर टेस्ट आपकी सेहत को गंभीर स्थिति में पहुंचने से पहले बचा सकता है। डायबिटीज को जल्दी पहचान लेना ही सबसे बड़ा इलाज है।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।