Beetroot Juice Side Effect: चुकंदर का जूस एक पौष्टिक और हेल्दी ड्रिंक है, जो विभिन्न पोषक तत्वों से भरपूर होता है। चुकंदर का जूस पीने से कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। आइए जानते हैं नुकसान के बारे में।
Beetroot Juice Side Effect: चुकंदर का जूस सेहत के लिए किसी चमत्कारी औषधि से कम नहीं है। यह न केवल खून बढ़ाने में सहायक होता है, बल्कि शरीर को डिटॉक्स करता है और एनर्जी लेवल को भी बेहतर बनाता है। इसके फायदे और नुकसान दोनों होते हैं। इसके कुछ नुकसान भी हैं, जिनके बारे में जानना जरूरी है। इस लेख में हम चुकंदर पीने के नुकसान के बारे में बताएंगे।
चुकंदर एक बेहद स्वास्थ्यवर्धक सब्जी है, जिसे आमतौर पर सलाद या जूस के रूप में सेवन किया जाता है। इसमें आयरन, फोलिक एसिड, फाइबर, पोटैशियम और एंटीऑक्सिडेंट्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर को कई तरह से लाभ पहुंचाते हैं।
पाचन से जुड़ी परेशानियां: कुछ लोगों को चुकंदर का जूस (Beetroot Juice) पीने के बाद गैस, पेट फूलना या दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
किडनी की पथरी का खतरा: चुकंदर में ऑक्सलेट नामक तत्व पाया जाता है, जो अधिक मात्रा में सेवन करने पर किडनी स्टोन बनने की संभावना बढ़ा सकता है।
एलर्जी: कुछ व्यक्तियों को चुकंदर से एलर्जी हो सकती है, जिससे त्वचा पर खुजली, सूजन या चकत्ते जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
ब्लड प्रेशर: चुकंदर का जूस ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक होता है, लेकिन अगर किसी व्यक्ति का ब्लड प्रेशर पहले से ही कम है, तो यह स्थिति और गंभीर हो सकती है।
गर्भवती महिलाएं: गर्भवती महिलाओं को चुकंदर का जूस पीने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
चुकंदर का जूस पीने का उपयुक्त समय जानना भी बेहद जरूरी है। सबसे अच्छा समय सुबह खाली पेट होता है, जब शरीर इसे आसानी से पचा सकता है और दिनभर तरोताजा महसूस करता है। इसके अलावा, व्यायाम या योग करने से लगभग 30 से 45 मिनट पहले इसका सेवन शरीर के लिए फायदेमंद हो सकता है। दोपहर के खाने से करीब आधा घंटा पहले इसका सेवन करने से भूख नियंत्रित रहती है और पाचन भी बेहतर होता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
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