स्वास्थ्य

Cold drink effects on lungs : कोल्ड ड्रिंक की आदत बना रही है समय से पहले आपको बूढ़ा, जानें कैसे

Cold drink effects on lungs नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा की गई एक अध्ययन में 986 व्यक्तियों का विश्लेषण किया गया, जिसमें यह पाया गया कि 65 लोगों में कोल्ड ड्रिंक के सेवन से अस्थमा के लक्षण विकसित हुए। इसके अतिरिक्त, 2015 में किए गए एक अन्य अध्ययन में यह देखा गया कि फलों के रस और कोल्ड ड्रिंक का सेवन करने वाले बच्चों में भी अस्थमा के लक्षण प्रकट हुए।

2 min read
Sep 30, 2024
Cold drink effects on lungs The habit of drinking cold drinks is making you old before time, know how

Cold drink effects on lungs : आज के समय में कोल्ड ड्रिंक हर कोई पीने लगा है वह चाहे बच्चा हो या बूढ़ा सब इसके दिवाने है। आजकल तो लोग इसको पीने को खुद रूतबा समझते है। गर्मी के मौसम में तो इसकी तादाद और भी ज्यादा बढ़ जाती है। लेकिन क्या आपको पता है यह हमारे स्वास्थ्य को किस कदर नुकसान पहुंचा रही है।

कोल्ड ड्रिंक (Cold drink effects on lungs) का सेवन हमें वेटगेन और डायबिटीज के खतरे की और दखेल रहा है साथ ही यह हमारे लंग्स के लिए भी नुकसानदायक साबित हो रहा है। नियमित रूप से कार्बोनेटेड पेय पदार्थों का सेवन करने से कोल्ड ट्रिगर में वृद्धि होती है, जिसके परिणामस्वरूप खांसी, सांस लेने में कठिनाई और अस्थमा के अन्य लक्षण प्रकट हो सकते हैं।

कोल्ड ड्रिंक पर हेल्थ एक्सपर्ट्स की राय Cold drink effects on lungs

हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि नियमित रूप से कोल्ड ड्रिंक (Cold drink effects on lungs) का सेवन करने से फेफड़ों की क्षमता में कमी आ सकती है। इसके परिणामस्वरूप अस्थमा और सीओपीडी जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इससे व्यक्ति को बार-बार सांस फूलने और खांसी की समस्या का सामना करना पड़ता है। वास्तव में, कोल्ड ड्रिंक में पाए जाने वाले रासायनिक तत्व और फ्रुक्टोज की अधिकता फेफड़ों में सूजन को बढ़ावा देती है, जिससे ऊपरी श्वसन पथ में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

कोल्ड ड्रिंक से लंग्स को होने वाले नुकसान Harm to lungs from cold drinks

क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज का जोखिमRisk of Chronic Obstructive Pulmonary Disease

कोल्ड ड्रिंक्स (Cold drink effects on lungs) पीने से सीओपीडी (क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) का खतरा बढ़ जाता है। यह फेफड़ों और हवा को नुकसान पहुंचाता है। इससे एयरफ्लो ब्लॉक होने से कफ, घबराहट, थकान और सीने में जकड़न बढ़ जाती है। इस बीमारी से पीड़ित लोगों को कफ के साथ म्यूकस की भी समस्या रहती है। समय पर इलाज करने से इस समस्या के लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है।

लंग्स की फंक्शनिंग को कम करना Decreased lung functioning

लंबे समय तक ठंडा पानी या कार्बोनेडिट ड्रिंक्स पीने से लंग्स की फंक्शनिंग 10 से 15 मिनट तक स्लो हो जाती है। साइंस डायरेक्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार 1000 एमएम ठंडा पानी पीने से फोर्सड वाइटल कपेसिटी (forced vital capacity) 5% कम हो जाती है। रोज़ाना ठंडा पीने से गले में दर्द होता है, जो सूखी खांसी का भी कारण है। वहीं ठंडे पानी से नोज़ रनिंग और नाक बंद होने की समस्या बढ़ जाती है।

अस्थमा की परेशानी Asthma problem

ठंडे कार्बोनेटिड ड्रिंक्स (Cold drink effects on lungs) का सेवन करने से रोगों का खतरा बढ़ जाता है। इससे अस्थमा का संकेत मिलता है। इससे खांसना और सांस लेना मुश्किल हो जाता है। साथ ही खांसने पर थिक म्यूकस बढ़ जाता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार शुगर ड्रिंक्स खाने से अस्थमा, घरघराहट और डायबिटीज़ हो सकता है।

Published on:
30 Sept 2024 02:58 pm
Also Read
View All

अगली खबर